मेरठ:पुलिस ने बुधवार देर रात गाजियाबाद से विद्युत विभाग के एक अवर अभियंता को गिरफ्तार किया है. अभियंता ने लगभग 6 साल पहले हजारों लीटर ट्रांसफार्मर फेस ऑयल को अवैध तरीके से बेच दिया था. इसके बाद उस पर मेरठ में सिविल लाइंस थाने में गबन का मुकदमा दर्ज किया गया था.
इस बारे में सीओ सिविल लाइंस अमित राय ने बताया कि हिमांशु कौशिक 2017 में मेरठ में ही विद्युत विभाग में तैनात था. उस समय वह मेरठ के विक्टोरिया पार्क बिजली घर पर जेई था. उस दौरान उसने गोदाम से ट्रांसफार्मर में पड़ने वाले तेल के 24 ड्रम निकलवा कर गायब कर दिए थे. जबकि, उसने उन ड्रमों को एक दूसरे गोदाम में रखने का कहकर निकलवाया था. इस मामले में जांच के बाद पता चला था कि जेई ने 3 लाख 59 हजार 844 रुपये में उन ड्रम को बेच दिया था. इस मामले में जेई हिमांशु के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में गबन का मुकदमा तब दर्ज किया गया था.
इस मामले में अलग-अलग कुल 9 दारोगा ने विवेचना की. इतना ही नहीं खुद को पाक साफ बताने वाले जेई ने इस मामले में पहले हाईकोर्ट की शरण ली. उसके बाद फिर सुप्रीम कोर्ट तक भी गया. वहां भी उसे राहत नहीं मिली. इस तरह से 6 साल तक वह कानूनी कार्रवाई से बचता रहा. लेकिन, आखिरकार बुधवार देर रात को पुलिस ने उसे गाजियाबाद स्थित कविनगर बिजली घर से गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि चोरी के आरोपों में फंसा जेई वर्तमान में गाजियाबाद के कविनगर में ही तैनात था, जोकि गाजियाबाद के ही अवंतिका इलाके में रहता था.