मेरठःप्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) योजना के आवेदकों को ठगे जाने की एक लंबी फेहरिस्त है. बीते एक साल में कई सारे आवेदकों ने ऐसे जिम्मेदारों के खिलाफ आवाज भी उठाई है. जो उनकी फाइलों को आगे बढ़ाने और सर्वे रिपोर्ट लगाने के नाम पर अवैध उगाही करते हैं. हालांकि, इनमें से कई ठगों पर कार्रवाई भी हुई हैं. लेकिन, जरूरतमंदों के लिए लाई गई यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है. पीएम आवास के लिए आधिकारियों और दफ्तरों के चक्कर काट रहे ऐसे ही कुछ आवेदकों से ईटीवी भारत ने बातचीत की है. देखें ये स्पेशल रिपोर्ट...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर मेरठ में सैंकड़ों लोग इस उम्मीद से अधिकारियों के हर दिन चक्कर लगाते हैं. ताकि, इस योजना के जरिए उन्हें एक पक्की छत मिल जाए. लेकिन, इनकी उम्मीदों को लगातर झटका लग रहा है. ईटीवी भारत को ऐसे ही कुछ पात्र आवेदकों ने बताया कि सर्वे के लिए जो साहब कभी उनके यहां पहुंचे थे. उन्होंने कहा था कि बिना सुविधा शुल्क के कुछ नहीं होगा. ऐसे लोग एक दो नहीं बल्कि ढेर सारे हैं.
इन आवेदकों ने बताया कि उनको पीएम आवास योजना के तहत जो रकम तीन टुकड़ों में मिलनी है. उसके लिए उनसे सौदेबाजी हुई है. लोगों का कहना है कि उन्हें भरोसा है कि बिना पैसे के साहेब लोग फाइलों को पास नहीं करेंगे. इसके साथ ही इन अधिकारियों के चक्कर पर चक्कर भी लगाने को मजबूर हैं.