मेरठः कोरोना संक्रमण पूरे देश में कहर बरपा रहा है. अब इसने शादी-विवाह वाले घरों में भी दस्तक दे दी है. जिसकी वजह से कई घरों में खुशियां आने से पहले ही मातम ने घेर लिया है. कोरोना संक्रमण ने शादी से पहले ही सारी खुशियों पर ग्रहण लगा दिया. कहीं दूल्हा कोरोना की चपेट में आ गया है, तो कहीं दुल्हन का परिवार संक्रमण से जूझ रहा है. जिसके चलते मेरठ जिले में अप्रैल से जून तक होने वाले 700 से ज्यादा शादी समारोह को स्थगित किया जा रहा है. कोरोना के चलते बैंकट हॉल मालिकों को कार्यक्रम स्थगित करने के लिए फोन किये जा रहे हैं, और अपने शादी-विवाह के कार्यक्रम को नवंबर तक टाल रहे हैं.
7 सौ से ज्यादा शादियां स्थगित 7 सौ से ज्यादा शादी समारोह स्थगित
आपको बता दें कि आये दिन कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. भीड़ इकट्ठा न हो, इसके लिए शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन की ओर से 25-25 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गयी है. बावजूद इसके कोरोना रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए शादी वाले परिवारों ने शादियों को स्थगित करना ही बेहतर समझा है. जिले में 700 से ज्यादा शादियों को स्थगित कर मंडप मालिकों को फोन पर इसकी जानकारी दी गई है.
मंडप संचालकों की बढ़ी मुश्किलें
मेरठ मंडप एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल ने बताया कि वैसे तो जिले भर में हजारों की संख्या में शादियां हो रही हैं. लेकिन स्थगित की गई ये वे शादियां हैं. जो शहर के बड़े मंडपों में बुक की गई थीं. इन शादियों में मेहमानों की संख्या एक से दो हजार तक निर्धारित थी. इन बड़ी शादियों पर कोरोना वायरस का ऐसा ग्रहण लगा कि शादियां स्थगित होने से मंडप संचालकों की परेशानी बढ़ गई. ज्यादातर वैवाहिक आयोजन नवंबर महीने तक टाल दिए हैं. कोरोना संक्रमण का खतरा कम होने के बाद नवंबर महीने में शादियां की जाएंगी. उन्होंने बताया कि कई परिवार ऐसे भी हैं, जहां कोरोना ने दस्तक दे दी है. कहीं दुल्हन का परिवार इस संक्रमण की चपेट में हैं, तो कहीं खुद दूल्हा ही कोरोना पॉजिटिव बताया जा रहा है.
शादियों पर लगा कोरोना का ग्रहण
थाना नौचंदी इलाके के रहने वाले हिमांशु त्यागी की शादी 24 अप्रैल को होनी थी. लेकिन सगाई से पहले ही परिवार के कई सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए. जिसके चलते शादी समारोह को आगे बढ़ाना पड़ गया. वहीं दूसरा मामला पुरानी मोहनपुरी का है. जहां व्यापारी अनिल सिंघल के बेटे की शादी 15 मई को होने जा रही थी. इसी बीच परिवार के दो सदस्य कोरोना की चपेट में आ गए. जिनमें से इलाज के दौरान एक की मौत हो गई. जिसके बाद इस परिवार ने भी शादी को नवंबर के लिए टाल दिया है. तीसरे मामले में साकेत निवासी वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर पीके गुप्ता 26 अप्रैल को बेटी की शादी करने वाले थे. लेकिन उन्होंने भी शादी को फिलहाल टाल दिया है. इनके अलावा ब्रह्मपुरी निवासी पुनीत बंसल ने बताया कि उन्होंने अपनी भतीजी की शादी के लिए 30 अप्रैल को मंडप बुक किया था. लेकिन कोरोना के कहर के चलते शादी में मेहमानों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए नवंबर महीने तक स्थगित कर दिया. उनका कहना है कि जिस तरह कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है, ऐसे में मेहमानों और बारात को बुलाना खतरे से खाली नहीं है.