मेरठ: मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में बुधवार की रात मरीज की मौत के बाद तीमारदारों ने न सिर्फ हंगामा किया, बल्कि इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ मारपीट भी की. तीमारदारों और डॉक्टरों में जमकर धक्कामुक्की हुई, जिससे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मौके पर भीड़ जमा हो गई. जहां तीमारदार डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं डॉक्टरों ने परिजनों पर परहेज के बावजूद ऑक्सीजन लगे अस्थमा के मरीज को जबरन पानी पिलाने का आरोप लगाया है, जिसकी वजह से मरीज की मौत हो गई.
तीमारदारों और डॉक्टरों में हुई मारपीट. मौके पर पहुंची पुलिस
तीमारदारों की डॉक्टर के साथ मारपीट किए जाने के बाद डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग करते हुए काम बंद कर दिया. आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है पूरा मामला
मामला थाना मेडिकल इलाके के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज का है, जहां राकेश कुमार नाम के मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. डॉक्टरों का आरोप है कि मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने महिला डॉक्टर पर हमला कर दिया, जिसके बाद अस्पताल जंग का मैदान बन गया. डॉक्टर और तीमारदारों के बीच जमकर मारपीट हो गई.
मारपीट का वीडियो वायरल
जानकारी के मुताबिक, तीमारदारों ने इलाज कर रही महिला डॉक्टर पर हाथ उठा दिया, जिसके बाद कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों और तीमारदारों के बीच गाली गलौज एवं मारपीट हो गई. दोनों पक्षों में काफी देर तक झगड़ा चलता रहा, जिससे मौके पर काफी भीड़ जमा हो गई. भीड़ में से किसी व्यक्ति ने मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
डॉक्टरों ने थाने में दी तहरीर
अस्पताल में हंगामे से गुस्साए डॉक्टरों ने मारपीट करने वाले तीमारदारों के खिलाफ थाने में लिखित तहरीर दी है. तहरीर मिलने के बाद पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
क्या बोले इमरजेंसी इंचार्ज
इमरजेंसी प्रभारी डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि परतापुर शताब्दी नगर के रहने वाले 50 वर्षीय राकेश को 30 नवंबर को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था. राकेश को अस्थमा की बीमारी के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही थी. बुधवार की देर शाम उनकी मौत हो गई. राकेश की मौत से गुस्साए तीमारदारों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. इस दौरान उनकी जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अरुणा रवि से कहासुनी के बाद मारपीट हो गई, जिसके बाद इमरजेंसी का माहौल बिगड़ गया और डॉक्टरों को काम बंद करना पड़ा. जूनियर रेजिडेंट ने सुरक्षा की मांग की है.
इलाज में लापरवाही का आरोप
राकेश की पत्नी का कहना है कि जूनियर रेजिडेंट मरीज का सही से इलाज नहीं कर रहे थे. जरूरत पड़ने पर कई बार बुलाने पर भी नहीं आए. अपने कमरे में बैठे मोबाइल चलाते रहे, जिससे उसके पति की मौत हो गई.