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छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगो ने परिजनों को पीटा - girls preparing for police recruitment

मेरठ के थाना कंकरखेड़ा इलाके में मनचलों ने पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही युवतियों के साथ छेड़छाड़ की. वहीं जब छेड़छाड़ का परिजनों ने विरोध किया तो उनके साथ भी मारपीट कर उनका हाथ तोड़ दिया. हैरानी की बात तो ये है कि शिकायत के दो दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.

छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगो ने परिजनों को पीटा
छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगो ने परिजनों को पीटा

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Published : Jun 22, 2021, 7:57 PM IST

मेरठ: एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एंटी रोमियो एवं मिशन शक्ति अभियान चलाकर बहू-बेटियों की सुरक्षा के दावे कर रही है, तो वहीं बेखौफ मनचले न सिर्फ बहू बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि एंटी रोमियों अभियान को भी ठेंगा दिखा रहे हैं. ताजा मामला मेरठ के थाना कंकरखेड़ा इलाके का है. जहां मनचलों ने पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही युवतियों के साथ न सिर्फ छेड़छाड़ की है बल्कि मारपीट विरोध करने मारपीट कर दी. इतना ही नहीं जब परिजनों ने मनचलों को रोकने की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट कर उनका हाथ तोड़ दिया.

यही नहीं, मनचले परिजनों को अब मनचले लगातार धमकी दे रहे हैं. धमकी से परेशान युवतियो ने मंगलवार को एसपी सिटी को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है. एसपी सिटी ने युवतियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुदकमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं.

छेड़छाड़ का विरोध करने पर की मारपीट

सड़क पर सरेआम युवतियों के साथ छेड़छाड़ करने का यह शर्मनाक मामला मेरठ के थाना कंकरखेड़ा इलाके के खडौली गांव का है. जहां पुलिस भर्ती की परीक्षा की तैयारी कर रही लड़कियां दौड़ लगाने के लिए सड़क पर निकलती हैं. आरोप है कि इलाके के कुछ दबंग युवक अक्सर छेड़छाड़ करते रहते हैं. लेकिन हद तब हो गई जब छेड़छाड़ का विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी गई. पीड़ितों का आरोप है कि दबंगों ने उनके साथ जमकर मारपीट की और मोबाइल भी छीन लिया. मनचलों के हौसले इतने बुलंद हैं कि युवतियों को बचाने आए लोगों की भी पिटाई कर दी. जब परिजनों ने इसकी शिकायत की तो मनचलों ने एक युवती के पिता का हाथ भी तोड़ दिया.

पार्षद बना रहे समझौते का दबाव

पीड़िता ने बताया कि घटना की शिकायत उन्होंने थाना कंकरखेड़ा में की थी, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते थानेदार ने दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. कार्रवाई करने की बजाए थानेदार ने घटना को दो समुदायों से जोड़ कर बताना शुरू कर दिया. जिसके बाद इलाके के पार्षद फैसले का दबाव बनाने के लिए लड़कियों के घर पहुंच गए. पार्षद युवतियों के परिजनों पर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं.

जांच में जुटी पुलिस

पीड़ित युवतियां एसएसपी ऑफिस पहुंची, जहां उन्होंने एसपी सिटी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई है. इस मामले मे एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि युवतियों के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का मामला सामने आया है. मामले की जांच सीओ कंकरखेड़ा को सौंप दी गई है. आरोपियों के खिलाफ मकदमा दर्ज कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

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