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CCS यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में शामिल होंगी CM योगी और रामदेव की पुस्तकें

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने छात्र-छात्राओं के लिए पाठ्यक्रम का विस्तार किया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा रामदेव, बशीर बद्र और डॉ. कुंवर बेचैन जैसे नामचीन हस्तियों की पुस्तकों को पाठ्यक्रम में जोड़ लिया है.

CCS यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम
CCS यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम

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Published : Jun 1, 2021, 10:12 AM IST

मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के पाठ्यक्रम में कुछ बदलाव किए गए हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सीएम योगी की पुस्तक हठयोग का स्वरूप और साधना समेत कई नामचीन हस्तियों की पुस्तकों को कोर्स में शामिल किया है. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के स्नातक के छात्र अब योगी आदित्यनाथ, रामदेव, बशीर बद्र समेत कई ऐसे नामचीन हस्तियों की पुस्तके पढ़ेंगे, जो समाज के लिए एक उदाहरण साबित हुए हैं. विश्वविद्यालय की इस पहल को लेकर जहां छात्रों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है, वहीं अध्यापक एवं अध्यापिकाएं भी सराहना कर रही हैं. CCSU के पाठ्यक्रम में लंबे समय बाद बदलाव किए जा रहे हैं.

सीएम योगी एवं रामदेव की पुस्तक होंगी शामिल

CCSU के दर्शन शास्त्र विषय की बोर्ड ऑफ स्टडीज ने योगी आदित्यनाथ और रामदेव की लिखी हुई पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया है. इसी के साथ जग्गी वासुदेव की ईशा, ओशो को भी कोर्स का हिस्सा बनाया है. वहीं बीए उर्दू में प्रसिद्ध शायर डॉ. बशीर बद्र, गीतकार डॉ. कुंवर बेचैन को भी शामिल किया है. विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र के कन्वीनर की माने तो बीए दर्शनशास्त्र में अप्लाइड एथिक्स और एप्लाइड योगा दो माइनर विषय रहेंगे. यानी किसी भी फैकल्टी का छात्र इन पेपरों को पढ़ सकता है. अप्लाइड योगा में भारतीय योग संस्कृति और दर्शन पढ़ाया जाएगा. इसमें सहज योग, हठयोग, विपश्यना और कुंडलिनी की पढ़ाई कराई जाएगी.

CCS यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम

कोर्स से जोड़ी जा रही नामचीन हस्तियां

विश्वविद्यालय प्रबंधन के मुताबिक, जुलाई महीने से प्रस्तावित नई शिक्षा नीति के अनुसार विश्वविद्यालयों को स्नातक के लिए 30 प्रतिशत कोर्स तैयार करने का अधिकार मिल जाएगा. इसके तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इन नामचीन हस्तियों को चमकाने का काम किया है. इसी अधिकार के तहत विश्वविद्यालय ने कुंवर बेचैन, विष्णु प्रभाकर, संतोष आनंद, कन्हैयालाल मिश्र, दुष्यंत कुमार, शमशेर बहादुर जैसे स्थानीय नामचीन साहित्यकारों को जगह दी है. बल्कि भारतीय पुरातन विज्ञान में आर्यभट्ट और भास्कराचार्य जैसे महान हस्तियों को भी कोर्स में जोड़ा है.

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छात्र-छात्राओं में उत्साह

इन दिनों कोरोना कर्फ्यू का दौर चल रहा है. कोरोना संक्रमण को वजह से विश्वविद्यालय भी बंद चल रहा है. बावजूद इसके इन सब नामचीन हस्तियों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से छात्रों में भी खासा उत्साह देखा जा है. बड़ी संख्या में छात्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन और उनसे जुड़ी की जानकारियों में रुचि रखते हैं. छात्र जानना चाहते हैं कि कैसे एक मामूली परिवार में जन्मे व्यक्ति पहले महंत बने और फिर उत्तर प्रदेश के सफल मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं.

जो चेंजेस अभी बोर्ड ऑफ स्टडीज कर रही है वो हमारे पास बदलकर अभी आई नहीं है. जो हाईलाइट प्रोसिडिंग्स आएगी उसे सभी लोग देखेंगे. अगर शासन की ओर से आया है तो अंगीकृत करना हमारी आवश्यकता है. पाठ्यक्रम में बेचैन जी को जोड़ा गया है बाकी का हमें पता नहीं है.

-प्रो. वाई विमला, उप कुलपति,

राज्य शासन ने जो पाठ्यक्रम के लिए तैयार किया है, उसमें स्थानीय महत्व के और राष्ट्रीय महत्व के जो साहित्यकार हैं उनके रचनाएं इसमें जोड़ी गई है. उर्दू में प्रसिद्ध शायर डॉ. बशीर बद्र, गीतकार डॉ. कुंवर बेचैन को भी शामिल किया है.
-डॉक्टर दीनानाथ सिंह, कन्वीनर, CCSU

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