मेरठः जिले में एक हाईप्रोफाइल में मामले में लचर कार्रवाई को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. इस मामले में उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
दरअसल, बीते दिनों मेरठ के पूर्व सांसद शाहिद अख़लाक के बेटे पर दिल्ली की युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था. युवती की शिकायत के बावजूद पुलिस ने इस मामले में कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं ली थी. उसके बाद ज़ब यह मामला मीडिया में आया तो उसके बाद पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है. इस मामले को लेकर मीडिया में कई खबरें चलीं थी. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि पूर्व सांसद ने खुद को अविवाहित बताकर पहले उससे नजदीकी बढ़ाई थी इसके बाद एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया था. पता चला कि होटल में युवती व पूर्व सांसद के बेटे की कोई भी एंट्री नहीं मिली. पूर्व सांसद के बेटे पर शराब पीकर उससे दुष्कर्म करने का आरोप लगा था.
इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए थे. साथ ही उन्होंने पुलिस पर पूर्व सांसद के बेटे को बचाने का भी आरोप लगाया था. काफी फजीहत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पूर्व सांसद के बेटे को जेल भेजा था. इस मामले को लेकर डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि निश्चित तौर पर पुलिस की प्रारंभिक कार्य पद्धति अनुचित थी और प्रश्नचिन्ह लगाने वाली थी, लेकिन बाद में पुलिस ने अपने को संभाला और न्यायसंगत तरीके से काम किया. अब जो उन्होंने लिखापढ़ी कि है उससे लगता है कि पीड़िता को न्याय मिलेगा और दोषी को सजा मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस की कार्यशैली ढीली थी इसलिए उनके जैसे कार्यकर्ता को बोलना पड़ा.
डॉ. वाजपेयी ने कहा कि मेरठ महानगर और जिले में पुलिस के व्यवहार में गिरावट आई है.इस गिरावट को दूर करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से निवेदन कर चुका हूं. कहा कि थानों में फैंटम यानी कमीशन एजेंट है, पैसे को इकट्ठा करने, उगाही करने वाले एजेंट हैं लेकिन कुल मिलाकर आज नहीं तो कल बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस को व्यवहार तो सुधारना ही पड़ेगा, जनता को न्याय देना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस की गड़बड़ कार्यशैली को लेकर जहां बात रखनी थी, रख दी. उम्मीद है न्याय मिलेगा और सुधार होगा.