मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आए दिन में न सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है बल्कि संक्रमण से मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेडिकल सुविधाओं के लिए प्रमुख केंद्र माना जाता है. यही वजह है कि मेरठ के अस्पतालों में आसपास के जनपदों से बड़ी संख्या में कोविड एवं नॉन कोविड मरीज भर्ती किये जा रहे हैं. जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के चलते स्थानीय बीजेपी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिख कर रेल के डिब्बों में आइसोलेशन वार्ड बनाने की मांग की है. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि जिस तरह देश के सभी हिस्सों में आवश्यक वस्तुएं और दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है. उसी प्रकार मेरठ में भी यह व्यवस्था लागू करने की कृपा करें.
पश्चिमी यूपी में बिगड़ रहे हैं हालात
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार पैर पसारता जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक कोरोना की दहशत से लोगों को परिवार की चिंता सताने लगी है. हजारों की संख्या में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं और दर्जनों मरीजों की मौत हो रही है. हालात ऐसे बने हुए हैं कि जिले के सभी 34 कोविड अस्पतालों के बेड भरे पड़े हैं. जबकि हजारों लोग घरों में होम आइसोलेट किए गए हैं. अस्पताओं में मरीज ज्यादा तो बेडों की संख्या कम पड़ गई है. शहर में कोरोना कर्फ्यू के बावजूद आधे शहर को कंटेंमेंट जोन घोषित कर लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही है.