मेरठ :अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. पूरे देश में माहौल राममय हो रहा है. मेरठ जिले की बुलियन मार्केट के स्वर्णकार भी भगवान श्रीराम थीम की ज्वेलरी बनाने में व्यस्त हैं. यहां के आभूषण निर्माताओं को देश भर से राम नाम की ज्वेलरी की डिमांड आ रही है, जिसके बाद बड़े पैमाने पर अयोध्या मंदिर का माॅडल और भगवान राम से जुड़े आभूषणों की डिमांड बढ़ गई है.
बड़े पैमाने पर बन रहे अयोध्या मंदिर के मॉडल समेत राम दरबार :मेरठ का सर्राफा बाजार ज्वेलरी के निर्माण में एशिया में खासी पहचान रखता है. मेरठ में हजारों लोग आभूषण बनाने के काम से अपनी आजीविका चला रहे हैं. इस खास काम के लिए मेरठ को स्वर्णनगरी भी कहा जाता है. मेरठ से देशभर में आभूषण तैयार होकर जाते हैं. ऐसे में यहां श्रीराम और अयोध्या मंदिर के मॉडल समेत राम दरबार आदि जेवरात बड़े पैमाने पर बन रहे हैं. अलग-अलग तरह की ज्वेलरी मेरठ में तैयार की जा रही है. मेरठ के सर्राफा बाजार में मेले जैसा माहौल है. मेरठ के सर्राफा बाजार के व्यापारियों की मानें तो भगवान राम से संबंधित जेवरात ग्राहकों को लुभा रहे हैं, जिससे यहां के स्वर्णकारों और कारीगरों का हौसला और बढ़ गया है और यहां के कारीगरों ने और ज्यादा मेहनत करके तरह तरह की ज्वेलरी को श्री राम से जुड़ी थीम में डिजाइन कर दिया है.
मेरठ बुलियन एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद ने बताया कि व्यापारी कोई भी अवसर नहीं छोड़ता है. जब धार्मिक भावनाएं और हमारी अपनी भावनाएं भी जुड़ जाती हैं तो हमारे अंदर काम करने का उत्साह और बढ़ जाता है. अपने ग्राहक जिन्हें व्यापारी भगवान का रूप मानते हैं उनके लिए और भी कुछ न कुछ स्पेशल बनाने का प्रयास करते हैं. इसी प्रकार भगवान श्री राम के मंदिर का जो मॉडल है उसे अपने सिक्कों पर उकेरा है, गिफ्ट आइटम में लेकर आए हैं. मेरठ के ज्वैलर्स बताते हैं कि वैसे तो यह समय हर साल ऑफ सीजन होता था, लेकिन इस साल 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्री राम मंदिर के उद्घाटन की वजह से ग्राहकों में हर्ष का माहौल है. लोग इस समय को दीपावली की तरह से ही मनाने के मूड में हैं, इसलिए इस समय ऑफ सीजन भी श्री राम की कृपा से सीजन में बदल रहा है. जिसका सीधा लाभ बड़े ज्वैलर्स को तो है ही, हाथ का बारीक काम करने वाले कारीगरों को भी इस ऑफ सीजन में काम मिल रहा है.