मेरठः प्रमुख सचिव ने कहा कि कोरोना जांच के लिए जो सैंपल लिए जाएं उन्हें एलएलआरएम मेडिकल कालेज और अन्य जांच केन्द्रों पर भेजा जाए. इसके लिए उन्होंने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करने के लिए कहा जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रधानाचार्य एलएलआरएम मेडिकल कालेज और आईएमए के अध्यक्ष होंगे. प्रमुख सचिव ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए हम सब एक टीमवर्क के रूप में कार्य करें. उन्होंने कहा कि केजीएमयू लखनऊ में ईसीसीएस (इलेक्ट्राॅनिक कोविड केयर सपोर्ट) नेटवर्क जिसके माध्यम से वरिष्ठ चिकित्सक से वर्चुअल संवाद कर किसी भी मरीज के इलाज के संबंध में सलाह ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम और कोरोना का इलाज कर रहे अस्पताल इसका उपयोग करें.
सांस की दिक्कत वाले मरीजों की कराए जांच
आयुक्त अनीता सी. मेश्राम ने कहा कि जिस भी मरीज को बुखार है या सांस लेने में तकलीफ है. उनकी कोरोना जांच अवश्य कराई जाए. उन्होंने कहा कि आईएलआई और साॅरी के मरीजों की भी कोरोना जांच आवश्यक रूप से कराई जाए. जिलाधिकारी के. बालाजी ने कहा कि अस्पतालों से समय रहते मेडिकल कॉलेज को मरीज को भेजना आवश्यक है, ताकि उसका जीवन बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि सभी प्राइवेट अस्पताल इसकी गंभीरता को समझे और सहयोग करें.