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मऊ: राज्यपाल फागू चौहान के बेटे घोषी विधानसभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

उत्तर प्रदेश के घोषी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे को रामविलास चौहान को चुनाव लड़ाने की चर्चा चल रही है. बता दें कि रामविलास चौहान ने चार सेटों का नामांकन पर्चा भी खरीदा.

रामविलास चौहान.

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Published : Sep 26, 2019, 11:26 PM IST

मऊ: उपचुनाव में जनपद के घोसी विधानसभा क्षेत्र पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे को रामविलास चौहान के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है. बता दें कि घोसी विधानसभा सीट पर भाजपा के विधायक रहे फागू चौहान बिहार के राज्यपाल बन गए हैं. इसके बाद घोसी की सीट खाली हो गई, जिस पर अब फागू चौहान के बेटे को चुनाव लड़ाने की चर्चा चल रही है.

21 अक्टूबर को होंगे मतदान
फागू चौहान 2017 में जनपद के घोसी विधानसभा से विधायक चुने गए, जिन्हें अब बिहार का राज्यपाल बना दिया गया. इसेक बाद घोसी विधानसभा सीट रिक्त हो गई. हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा की गई, जिसमें घोसी विधानसभा में आगामी 21 अक्टूबर को मतदान किए जाएंगे. इसी कड़ी में कलेक्ट्रेट से नामांकन पर्चा बिकने का कार्य शुरू हुआ.

कांग्रेस और बसपा ने घोषित किए प्रत्याशी
बुधवार को बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान ने 4 सेटों में पर्चा खरीदकर राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का दौर शुरू करा दिया. फिलहाल घोसी सीट से प्रमुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस और बसपा ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं, जबकि भाजपा और सपा से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है. ऐसे में रामविलास चौहान द्वारा पर्चा खरीदने को लेकर लोग विधानसभा चुनाव की तैयारी की दृष्टि से देख रहे हैं.


बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के पुत्र रामविलास चौहान चार सेट में अपना फार्म खरीद लिया है. फार्म खरीदे जाने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान को अपना उम्मीदवार तो नहीं घोषित कर देगी. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि भाजपा उम्मीदवार के रूप में राज्यपाल के पुत्र ही अपने पिता की सीट पर उपचुनाव में भाग लेंगे. रामविलास चौहान ने फोन वार्ता पर बताया कि घोसी विधानसभा क्षेत्र में मेरे पिता और बिहार राज्यपाल फागू चौहान के चार दशकों की राजनीतिक भूमि रही है, जहां प्रत्येक घर से हमारा नाता है. ऐसे में पिता की राजनीतिक विरासत संभालने का मौका मिला तो पीछे नहीं हटेंगे.

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