मऊ: जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बदुआं गांव के प्रधान पति शैलेन्द्र यादव की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई. गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरे गांव में खलबली मच गई. वहीं हत्या करने वाले बड़े आराम से फरार हो गए. हत्या का आरोप गांव के ही तीन लोगों पर लगा है. मृतक शैलेन्द्र यादव स्थानीय थाने का हिस्ट्रीशीटर था, जो कि अपने की गांव के ही आरटीआई कार्यकर्ता राम गोविंद सिंह की हत्या में आरोपी था. चार महीने पहले ही वह जेल से निकला था.
एसपी सुशील घुले ने दी जानकारी. मृतक शैलेन्द्र यादव का गांव में ही विवाद चल रहा था. गांव के आरटीआई कार्यकर्ता राम गोविंद सिंह ने पंचायत के विकास कार्यों की जांच कराई थी. इसको लेकर 16 जनवरी 2019 को राम गोविंद सिंह की दिन दहाड़े हत्या हो गई थी. उसी मामले में शैलेंद्र यादव भी आरोपी था. चार महीने पहले ही शैलेन्द्र जेल से आया था और सावधानी पूर्वक गांव में रहता था, ताकि कोई हमला न कर सके. शुक्रवार की सुबह शैलेन्द्र यादव जैसे ही घर से 200 मीटर दूर बने रहे सामुदायिक शौचालय पर काम को देखने पहुंचा. तभी वहां पहले घात लगाए हमलावरों में फायरिंग कर दी.
हमला होते ही शैलेंद्र यादव ने भागने का प्रयास किया, लेकिन वह गिर गया और हमलावरों ने सीने में तीन गोली दागकर उसकी हत्या कर दी. मृतक के चाचा यशवंत यादव ने बताया कि गोली मारने में बंटी सिंह सहित तीन लोग शामिल थे. गौर करने वाली बात यह है कि बंटी सिंह आईटीआई कार्यकर्ता राम गोविंद का पुत्र है, जिसने पिता की चिता पर कसम खाई थी कि वह अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के बाद ही अपनी दाढ़ी का मुंडन कराएगा.
घटना स्थल पर पहुंचे एसपी सुशील घुले ने बताया कि बदुआं गांव के प्रधान पति शैलेन्द्र यादव पर हमला की सूचना पुलिस को 10 बजे मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को जिला चिकित्सालय में लेकर गई, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. जांच में पता चला है कि मृतक शैलेंद्र यादव की गांव में पुरानी रंजिश चल रही थी, उसी को लेकर गांव के ही तीन लोगों ने गोली मारकर उसकी हत्या की है. तीनों की तलाश जारी है. गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. एसपी ने बताया कि मृतक शैलेंद्र यादव भी थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिस पर 10 मुकदमे दर्ज हैं. इसमे से 2 हत्या के हैं.