मऊ: पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने शनिवार को मऊ जंक्शन का निरीक्षण किया. इस दौरान स्टेशन व सम्बन्धित क्षेत्र में व्यवस्थाओं को पहले से ही चाकचौबंद किया गया था. बावजूद इसके, महाप्रबंधक के सामने स्वचालित सीढ़ी के बंद रहने और अधिकारियों के आने पर ही चालू होने की शिकायत आई. जिस पर उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए जवाब तलब किया.
सुबह लगभग साढ़े नौ बजे वाराणसी से निरीक्षण स्पेशल ट्रेन से मऊ जंक्शन पहुंचे महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल और डीआरएम एसके झा सबसे पहले रिटायरिंग रूम पहुंचे. जिसके बाद महाप्रबंधक ने निर्माणाधीन वाशिंग पिट का कार्य देखा और इसे जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया. बता दें कि पिछले कई दिनों से स्टेशन परिसर व रेलवे कालोनी में मरम्मत कार्य पूरा किया जा रहा था. जिसे कल तक अंतिम रुप देने का काम चल रहा था. महाप्रबंधक ने रेलवे कालोनी के ए व बी ब्लॉक में कर्मचारी आवासों को देखा और सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने कालोनी में बाल उद्यान का उद्घाटन एक बच्चे के द्वारा कराया.
जानकारी देते पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि निरीक्षण में कोई कमी नजर नहीं आई. पिछले तीन-चार साल से रेलवे में इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया जा रहा है. वाराणसी डिवीज़न में मात्र इंदारा-दोहरीघाट का गेज कन्वर्जन शेष है. बाकी सभी लाइनों का दोहरीकरण और विद्युतीकरण हो रहा है. अगले 3 सालों में वाराणसी मंडल के सभी लाइनों का दोहरीकरण, गेज कन्वर्जन और विद्युतीकरण हो जाएगा. इसके बाद ट्रेनों की संख्या और गति बढ़ाई जा सकेगी. इंदारा-दोहरीघाट गेज कन्वर्जन की वजह से बंद किया गया था जो अगले साल मार्च तक शुरू किया जा सकेगा. मऊ-ताड़ीघाट रेलवे लाइन शुरू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें ब्रिज निर्माण का काम चल रहा है. अगले दो साल के अंदर यह लाइन शुरू हो जाएगी.
स्वचालित सीढ़ी के बंद रहने और अधिकारियों के आने पर ही चालू होने की शिकायत पर महाप्रबंधक में मौके पर ही अधिकारियों को फटकार लगाते होने का कारण पूछा. पूछताछ में इमरजेंसी प्वाइंट में छेड़छाड़ की बात सामने आई. जिस पर उन्होंने एसएमएस सिस्टम अपलोड कर सीढ़ी चालू कराने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान डीआरएम एसके झा, अपर आनंद प्रकाश व वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक निखिल पांडेय भी मौजूद रहे.