मऊः सोमवार की शाम को NRC का विरोध कर रहे युवकों ने उग्र होकर हिंसा का रास्ता अख्तियार कर लिया था. हिंसा के दौरान युवकों ने थाने में आगजनी, पुलिस पर पथराव और कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया था. बुधवार को आजमगढ़ मंडल के डीआईजी जे रविंद्र गौड़, मऊ के डीएम और एसपी समेत कई अधिकारियों ने शहर कोतवाली से संस्कृत पाठशाला चौकी तक पैदल गस्त किया. साथ ही जनता को भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन आपके साथ हैं.
हिंसा के बाद सामान्य हुआ जनजीवन. सोमवार से लेकर मंगलवार तक रहा तनाव का माहौल
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू की गई. इसे जिला प्रशासन कड़ाई से पालन कर रहा था. 5 लोगों को एक जगह इकट्ठा नहीं होने दिया जा रहा था. वहीं बुधवार को जनजीवन सामान्य रहा. इस वजह से प्रशासन ने अघोषित कर्फ्यू में कुछ ढील दी. सभी दुकानें खुली और लोग अपने-अपने घरों से बाहर भी निकले.
बाहरी व्यापारियों के मन में अभी भी है डर
वहीं बुनकर नगरी में हिंसा होने से बाहरी व्यापारियों को जिले में आने को लेकर भय बना हुआ है. बुनकर नेता और नगरपालिका के चेयरमैन तैयब पालकी ने बताया कि घटना काफी निंदनीय है. हम लोग सबसे गुजारिश करेंगे कि जो भी दोषी हो, उनको कड़ी सजा दी जाए. निर्दोष को पूछताछ के बाद छोड़ दिया जाए.
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इंटरनेट पर लगी रहेगी रोक
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि स्थिति पूरी तरीके से सामान्य हो गई है. जनता ने बड़ा सहयोग किया. वहीं कल से स्कूल और कॉलेज खोल दिए जाएंगे, लेकिन अभी इंटरनेट सेवा पर रोक लगी रहेगी. वहीं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि उपद्रवियों पर कानूनी कार्रवाई के तहत 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है. 90 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा और 650 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.