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अच्छे स्वास्थ्य और रोजगार का संगम है 'गन्ने का जूस' - गन्ने के जूस के फायदे

प्रदेश के कई जिलों में लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं. ऐसे में लोग सड़क किनारे ठेले पर बिक रहे गन्ने का जूस बेहद पसंद कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में अनलॉक लागू होते ही छोटे व्यापारियों ने फिर से अपने रोजगार को पटरी पर लाना शुरू कर दिया है, जिनमें गन्ना जूस कारोबारी भी शामिल हैं.

गर्मी के कारण बढ़ी गन्ने के जूस की डिमांड.
गर्मी के कारण बढ़ी गन्ने के जूस की डिमांड.

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Published : Jun 13, 2020, 2:11 PM IST

मऊ:उत्तर भारत के कई राज्यों में तपतपाती और उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं. गर्मी की तपिश से लोगों का गला सूखने लगा है. इस कारण शहर में चौराहों पर ठंडे पेय पदार्थों के काउंटर सज गये हैं. चौराहों पर लगे ठंडे पेय पदार्थों के काउंटरों पर दोपहर से शाम तक चहल-पहल बनी रहती है. बर्फ से ठंडा किया गया गन्ने का रस शहर की सड़कों पर धड़ल्ले से बिकने लगा है. इससे लॉकडाउन के बाद एक बार फिर उन लोगों को रोजगार का अवसर मिला है, जो गन्ने के जूस बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं.

गर्मी के कारण बढ़ी गन्ने के जूस की डिमांड.

गर्मी में गन्ने के जूस का आनंद ले रहे लोग
जून माह की तपतपाती गर्मी में ठंडे पेय की मांग बढ़ गई है. बाजारों में अभी अति शीतल पेय पदार्थ लस्सी की मांग बहुत अधिक नहीं बढ़ी है. इसके बावजूद कम ठंडे पैक बंद पेय पदार्थ चलन में आ गये हैं. बाजार में ब्रांडेड कंपनियों की कोल्डड्रिंक से दुकानें सजी हैं और सड़क के किनारे गन्ने से रस निकालते ठेले. दोनों स्थान पर गर्मी से तत्काल राहत मिलेगी, लेकिन लोग सड़क के किनारे गन्ने के जूस को प्राथमिकता दे रहे हैं. लोगों की मांग को देखते हुए गांव से लेकर शहर तक सभी बाजार में गन्ने के रस बिक रहे हैं और लोग इस गर्मी में उसका आनंद भी उठा रहे हैं.

स्वाद के लिए नींबू, पुदीना और अदरक का प्रयोग
जनपद मऊ निवासी दुकानदार अंगद बताते हैं कि गन्ने के साथ नींबू, पुदीना और अदरक का रस डाल देने से स्वाद बेहतर हो जाता है. गन्ने के जूस में थोड़ी सी बर्फ डाल देने से लोगों को तपती गर्मी में अलग ही आनंद मिलता है. अंगद ने बताया कि दिनभर में वह 300 से 400 ग्लास जूस बेच देते हैं. इससे उनकी आमदनी भी अच्छी हो रही है. अंगद बताते हैं कि हमारे पास तीन गन्ने के जूस के ठेले हैं, जो बाजार में अलग-अलग स्थान पर लगते हैं. पहले एक लगता था, लेकिन लॉकडाउन में मुंबई में काम छीन जाने से दो भाई घर आए हैं और वह भी इसी काम में लग गए हैं. अंगद ने बताया कि एक दुकान से एक हजार से 15 सौ की कमाई प्रतिदिन हो जा रही है.

स्वरोजगार का पर्याय बन गया है गन्ने का जूस
गन्ने के जूस की मांग होने से अब बाजार में बेचने वालों की भी भीड़ बढ़ गई है. सभी चौराहे, तिहारे या बाजार में दो-तीन ठेले तो दिख ही जाते हैं. जहां कोरोना काल में कामगार बेरोजगार हो गए हैं तो वहीं रोजगार का सहारा खोजने वालों के लिए गन्ने के जूस बेचने का कार्य एक अच्छे रोजगार का साधन बन गया है.

कोल्डड्रिंक से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है 'गन्ने का जूस'
गर्मी के मौसम में लोग कोल्डड्रिंक के बजाय गन्ने के जूस को अधिक तवज्जो दे रहे हैं, जो जेब के साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. आईएमए अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह ने बताया कि गन्ने का जूस स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, जबकि कोल्डड्रिंक नुकसानदेह है. गन्ने का जूस ज्वाइंडिस के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें कैलोरी की मात्र अधिक होती है, जो लाभप्रद है. बस ज्यादा सेवन नहीं करना चहिए. वहीं ठेले पर जब इसका सेवन करते हैं तो सफाई का विशेष ध्यान देना है. इस गर्मी के मौसम में ठंडे गन्ने का जूस काफी लाभकारी है.

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