मऊ: मुख्तार अंसारी गिरोह आईएस-191 के सहयोगी हत्यारा गैंग डी-60 के सरगना अंकुर राय के विरूद्ध जिलाधिकारी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया. कोपागंज थाने की पुलिस द्वारा सहरोज गांव निवासी भू-माफिया अंकुर राय के विरूद्ध लेखपाल चकरा की रिपोर्ट पर सार्वजनिक संपति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
मऊ: हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय पर डीएम ने की कार्रवाई - मऊ समाचार
यूपी के मऊ में हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय पर एन्टी भू-माफिया के तहत कार्रवाई की गई है. उस पर जिलाधिकारी के आदेश पर सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा किए जाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है. अंकुर राय मुख्तार अंसारी गिरोह आईएस-191 के सहयोगी हत्यारा गैंग डी-60 का सरगना है.
![मऊ: हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय पर डीएम ने की कार्रवाई etv bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-05:17:51:1595072871-up-mau-01-mukhatargang-photo-up10040-18072020171303-1807f-1595072583-347.jpg)
अंकुर राय जनपद का चिह्नित भू-माफिया है. इतना ही नहीं वह मुख्तार अंसारी गिरोह आईएस-191 के सहयोगी हत्यारा गैंग डी-90 का भी सरगना है. अंकुर राय वर्तमान में जिला कारागार में बंद है. जिलाधिकारी के आदेश पर लेखपाल चकरा द्वारा थाने में रिपोर्ट दी गई कि ग्राम चकरा में सरकारी भूमि पर अंकुर राय का कब्जा है, जिसके बाद थाने में केस दर्ज किया गया. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि सरकारी भूमि पर कब्जा करने के मामले में एन्टी भू-माफिया के तहत चिह्नित कर अंकुर राय के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है. उसके द्वारा अवैध तरीके से भूमि पर कब्जा कर जिम संचालित किया जा रहा है.
हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय और उसके गैंग के अन्य साथियों द्वारा 6 मई को सहरोज गांव में ग्राम प्रधान पूनम राय, उनके देवर योगेश राय और उसके परिवार पर जानलेवा हमला किया गया था. इसके अलावा हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय और उसका सहयोगी मनीष राय 2010 में विधायक कपिल देव यादव हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त रहे हैं. जनपद पुलिस द्वारा उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. अंकुर राय के ऊपर कुल 10 मुकदमे दर्ज हैं.