मऊ : जिले में पहले से ही दो एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस काम कर रही थी. मरीजों को चिकित्सकीय सेवा मुहैया कराने के लिए 108 व 102 एंबुलेंस सुविधा तो मिल ही रही थी, वहीं अब प्रदेश सरकार की तरफ से तीसरी एएलएस एंबुलेंस मिली है जिससे मरीजों को बिना किसी शुल्क के हायर सेंटर रेफर किया जा सकेगा.
एएलएस एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाते सीएमएस.
इस अत्याधुनिक एयर कंडिशन्ड एएसएल एंबुलेंस में वेंटिलेटर, मल्टीपैरामानिटर, ईसीजी, आईसीयू आदि की मशीनें लगी हैं. साथ ही इसमें चार प्रकार के स्ट्रेचर व तीन तरह की सेक्शन मशीनें भी लगी हुई है. इस निशुल्क एएसएल एंबुलेंस में हृदयाघात, प्रसव, गंभीर सड़क दुर्घटना, आग से झुलसे आदि के मरीजों को बनारस या लखनऊ छोड़ा जा सकेगा.
बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बनारस स्थित बीएचयू या लखनऊ के पीजीआई तक पहुंचने के लिए हजारों रुपए खर्च करने पड़ते थे. सुविधा के इंतजार में मरीज की जान भी दांव पर लगी रहती थी. ऐसे में अब जिले में तीन एएसएल एंबुलेंस हो जाने से गंभीर मरीजों को आसानी से हायर सेंटर पहुंचाया जा सकेगा.
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बृज कुमार ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से एक नई एएसएल एंबुलेंस मिली है. सीरियस केस में इलाज के लिए मरीजों को बनारस, गोरखपुर या लखनऊ भेजने में सुविधा मिलेगी. जिला अस्पताल के पास पहले से दो एएसएल एंबुलेंस लेकिन कम पड़ रही थीं. ऐसे में तीसरी एंबुलेंस आ जाने से बड़ी राहत मिली है.