मऊ: घोसी उपचुनाव के रण में 11 प्रत्याशी मैदान में है. इनमें प्रमुख रूप से भाजपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी सपा समर्थित निर्दल प्रत्याशी हैं. ऐसे में चुनावी जंग को जीतने का दावा तो सभी कर रहे है. लेकिन जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाएगी, इसका फैसला अगामी 24 अक्टूबर को होगा.
मैदान में हैं 11 प्रत्याशी
घोसी विधानसभा के विधायाक फागू चौहान को बिहार राज्य का राज्यपाल बनाया गया. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जंग हो रही है. इस बार 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. आपको बताते चलें कि 2017 के चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान को जनता ने जीत का ताज पहनाया था.
इसे भी पढ़ें- उपचुनाव जीतने के लिए सभी दलों ने झोंकी ताकत
पिछले चुनावों पर एक नजर
इसके पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के सुधाकर सिंह को जीत मिली थी. लेकिन इस बार सुधाकर निर्दल हो गए हैं. जिनका सपा जमकर समर्थन कर रही है. 2007 में बसपा से चुनाव लड़कर फागू चौहान विधानसभा पहुंचे थे. जबकि 2002 में फागू चौहान को भाजपा से ही जीत मिली थी. अब 2019 में उपचुनाव की प्रकिया चल रही है. इस चुनाव में सभी प्रत्याशी अपनी ही जीत का दम भर रहे हैं, लेकिन जनता किसके किस्मत को चमकाती है ये देखना अभी बाकी है.