मऊ:जनपद में सदर विधानसभा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गैंग पर जनपद पुलिस ने शुक्रवार को चौथी बार शिकंजा कसा. इस गैंग के सरगना सहित 10 लोगों पर गैगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है.
जेल में हैं सभी अपराधी
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि जिले के कोपागंज थाने के सहरोज गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर अपराधी अंकुर राय, उसके सहयोगी हिस्ट्रीशीटर मनीष राय, अखण्ड राय, दिव्यांशु राय, किफायतुल्लाह और 6 अन्य के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. ये सभी अपराधी वर्तमान में जेल में बंद हैं.
क्या है पूरा मामला
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अंकुर राय और उसके गैंग के 9 अन्य साथियों द्वारा 6 मई को सहरोज गांव में ग्राम प्रधान पूनम राय, उनके देवर योगेश राय और उनके परिवार पर जानलेवा हमला किया गया था, जिसके सम्बन्ध में योगेश राय की तहरीर पर थाना कोपागंज पर मुकदमा दर्ज हुआ था. ये सभी 10 अपराधी उस घटना के बाद विभिन्न तारीखों में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं. इनमें से 5 पर इनाम भी घोषित किया गया था.
अंकुर राय और मनीष का है पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
गैंग के सरगना अंकुर राय, मनीष राय और किफायतुल्लाह पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जबकि अखण्ड राय और दिव्यांशु राय पर 15-15 हजार रुपये का इनाम था. हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय और मनीष राय वर्ष 2010 में पूर्व विधायक कपिल देव यादव हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त था. अंकुर राय मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर अंगद राय के भाई का दामाद है. अंकुर राय के मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर अंगद राय व गोरा राय दोनों से पारिवारिक और आपराधिक सम्बन्ध हैं. अंगद राय वर्तमान में सजायाफ्ता अपराधी है और सोनभद्र जेल में निरुद्ध है.
अपराध को जड़ से खत्म करने में जुटी पुलिस
फिलहाल मुख्तार अंसारी गिरोह IS-191 के सहयोगी D-60 हत्यारा गैंग के सरगना अंकुर राय और 9 अन्य आपराधिक सहयोगियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई जनपद पुलिस ने कर दी है. लगातार चौथी बार मुख्तार गिरोह पर पुलिस का शिकंजा कसा है. सबसे पहले अवैध वसूली गैंग, बूचड़खाना गैंग, मछली गैंग के बाद हत्यारा गैंग पर शिकंजा कसा गया है. इसके अलावा जनपद पुलिस अपराध और अपराधियों का इतिहास खंगाल कर मुख्तार अंसारी से जुड़े तमाम आम और खास पर शिकंजा कसकर अपराध को जड़ से खत्म करने की मुहिम है.