मऊ: सरकार किसानों के धान खरीद के लिए कितना भी सरल और सहज व्यवस्था कर दे, लेकिन अधिकारियों के मनमानी रवैये के चलते किसानों की परेशानी कम नहीं होने वाली है. मऊ जिले में हालात यह हैं कि सरकारी क्रय केंद्र पर किसानों को परेशान करने के लिए ऐसा नियम बना दिया गया है, जिसके तहत यमुना 804 धान की खरीद नहीं हो रही है. ऐसे में किसान अपनी उपज को बेचने के लिए अधिकारियों के चौखट पर पहुंच रहे हैं.
मऊ: धान की खरीद नहीं होने से किसान परेशान, सौंपा ज्ञापन - district magistrate mau
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर धान की खरीद के लिए ज्ञापन दिया. किसानों का कहना है कि फसल तैयार होने के बाद अब धान खरीद केंद्रों पर उनका धान खरीदने से मना किया जा रहा है.
रतनपुरा विकास खण्ड के गाड़ा गांव के किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर धान की खरीद करने के लिए ज्ञापन दिया. ज्ञापन देने पहुंचे किसान हरिशचंद्र सिंह ने बताया कि हम लोगों ने यमुना 804 धान का बीज सरकारी दुकान से खरीद कर फसल लगया था. फसल की पैदावार अच्छी हुई है, लेकिन जब धान बेचने क्रय केंद्र पर ले गए तो वहां खरीदने से मना कर दिया गया. वहीं पिछले वर्ष यमुना 804 धान की खरीद हुई थी, लेकिन इस वर्ष मिल संचालकों के मनमानी रवैये के चलते सहकारी क्रय केंद्र वाले धान की खरीद नही कर रहें हैं.
प्रदर्शन कर रहे किसान सुशील ने कहा कि मेहनत पसीना लगाकर धान की उपज तैयार की गई है. अब फसल कट कर बेचने की बारी आई तो खरीद नहीं हो रही. बनिया को देंगे तो वह मनमानी दाम से खरीदेगा. सरकारी क्रय केंद्र पर खरीद नहीं हुई तो हम लोग पूरी धान को कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के सामने ढेर लगा देंगे. उन्होंने कहा कि किसान धान बेचकर अपने परिवार के भरण-पोषण की उम्मीद करते हैं, लेकिन अधिकारियों की मनमानी से किसान परेशान हैं. अगर यही हालात रहे तो वह आत्मदाह कर लेंगे.