मऊ: जनपद के रतनपुरा ब्लाक के किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर धान के फसल की क्षतिपूर्ति की मांग की. किसानों ने बीमा कम्पनियों पर लूट का आरोप लगते हुए बीमा की राशि वापस करने की जिलाधिकारी से गुहार लगाई. वहीं स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की शिकायत की. उन्होंने कहा कि मौके पर फ़सल नुकसान का निरीक्षण नहीं हो रहा.
मऊ: फसल क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन, बीमा कम्पनी पर गम्भीर आरोप - बीमा कम्पनी पर आरोप
जनपद के किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर धान के फसल की क्षतिपूर्ति की मांग की. किसानों ने बीमा कम्पनियों पर लूट का आरोप लगते हुए बीमा की राशि वापस करने की जिलाधिकारी से गुहार लगाई.
प्रदर्शन कर रहे किसान राकेश सिंह ने कहा कि रतनपुरा क्षेत्र में बाढ़ और जलभराव से सैकड़ों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो गई. किसानों के मेहनत की कमाई पानी-पानी हो गया. किसानों के खाते से प्रधानमंत्री फ़सल बीमा की राशि कटी थी तो उम्मीद हुई कि चलो बीमा की राशि तो मिल जाएगी. लेकिन जब फसल बीमा का क्लेम बैंक में किया गया तो वहां से बोला गया कि बीमा कम्पनियों से मिलिए.
बीमा कम्पनियों ने कहा कि जलभराव, बारिश, ओला और बाढ़ सहित कई प्रकार बताए, जिससे नुकसान होने पर धान की फसल का बीमा नहीं मिलता. अब किसान क्या करे धान की फ़सल बर्बाद हो गई और बीमा राशि कम्पनी लूट ली. फसल भी गया और जो पैसा था वह भी गया. ऐसे में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से निवेदन है कि बीमा कम्पनियों से किसानों को लुटने से बचाएं. किसानों ने कहा कि राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपये जिले में दिया है. उसी धनराशि से किसानों की क्षतिपूर्ति दी जाय. इसके लिए इलाके के लेखपाल और कानूनगो को निर्देश दिया जाय ताकि सर्वेक्षण हो सके.