मऊ : बताते चलें कि गुरुवार को कांग्रेस के दो ग्रुप आपस में ही भिड़ गए. अपने जिला अध्यक्ष पर ही आरोप लगाने लगे. एक पक्ष का दूसरे पर आरोप था कि बिना पार्टी कार्यकर्ताओं के सुझाव के ही रास्ते में ही पुलिस वालों को ज्ञापन सौंपकर अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. कांग्रेस गुट के एक वरिष्ठ नेता राजकुमार राय ने खुलेआम अपने जिला अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि पार्टी को विश्वास में न लेकर स्वयं ही जुलूस को रास्ते में ही समाप्त कर दिया. दूसरी तरफ इस बहसबाजी का वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया.
जुलूस के दौरान आपस में भिड़े कांग्रेसी कार्यकर्ता
मऊ जिले में किसानों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस की जिला इकाई ने गुरुवार को नगर क्षेत्र के सोनी धापा स्कूल के मैदान से कलेक्ट्रेट तक प्रोटेस्ट जुलूस निकालने का निर्णय लिया था. लेकिन इस दौरान कांग्रेसी आपस में ही भीड़ गए. दल के नेता ने एक दूसरे पर ही आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे.
कांग्रेस पार्टी के लोगों से मीडिया ने इस संबंध सवाल किया तो उन लोगों ने ये स्वीकार किया कि जिलाध्यक्ष की गलती को मंच तक वो लोग ले जाएंगे. दूसरी तरफ जिला अध्यक्ष इंतखाब आलम ने बताया कि पुलिस ने बीच रास्ते में ही जुलूस को रोक दिया, लिहाजा उनको अपना ज्ञापन पुलिस वालों को ही सौंपना पड़ा. उनका कहना था कि उत्साहित कार्यकर्ता नाराज थे. परिवार की बात वो लोग परिवार में कर लेंगे. लेकिन एक बात सोचने वाली है, संगठन वैसे भी कमजोर होता चला जा रहा है लेकिन अहम की लड़ाई अभी भी कांग्रेस में जारी है.