मऊ: जनपद में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा. ये अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जायेगा. इस संबंध में जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई.
बैठक में अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय उन्मूलन कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2020-21 में एमडीआर, एक्सडीआर मरीजों के इलाज शुरू करने के पहले और फॉलोअप में टीएसयू और ऑडियोमेन्टरी जांच की आवश्यकता होती है. ये जांच अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 इविन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि इविन की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालन हेतु जनपद के समस्त कोल्ड चेन पॉइंट पर कार्यरत कोल्ड चेन हैंडलर को इविन पर कार्य करने हेतु 15 एंड्राइड मोबाइल फोन की आवश्यकता है.
डीएम के सख्त आदेश
बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम, मातृ-मृत्यु कार्यक्रम, एचआईवी रिपोर्ट, आयुष्मान भारत योजना, प्रवासी कामगारों की रिपोर्ट, विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं वैक्सीन रिपोर्ट की समीक्षा की गई. डीएम ने जो भी कमियां थी, उसको पूर्ण करने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान डीएम ने निर्देश दिए कि जिस एरिया में हॉटस्पॉट लगा है, वहां नियमों का पालन अवश्य कराया जाये. निर्देश का पालन नहीं करने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये. स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग, दिमागी बुखार, रोगियों के उपचार की व्यवस्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जनपद स्तरीय चिकित्सालय में स्थापित मस्तिष्क ज्वर उपचार केंद्र, परिवहन हेतु वाहन सेवा की व्यवस्था की जाये. नगरपालिका, नगर पंचायत को खुली नालियों को ढकने के निर्देश दिए.
नगरीय क्षेत्र में फागिंग, हैंडपंपों के पाइपों को चारों ओर से कंकरीट से बंद करना, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता हेतु हैंडपंप के रिबोरिंग एवं पेयजल की गुणवत्ता के अनुश्रवण के लिए बैक्टीरियोलॉजिकल, वायरोलॉजिकल जांच कराये. डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फंड से फागिंग की व्यवस्था करने, जलाशयों नालियों की नियमित सफाई करने, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग से संबंधित कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए, साथ ही समस्त कार्यालय प्रभारी को निर्देश दिया कि अपने कार्यालय और उसके आस-पास मच्छर जनित परिस्थितियां उत्पन्न न होने दें. कार्यालय परिसर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें. जल एकत्रित न होने दें. परिसर में मच्छर का प्रजनन पाए जाने पर कार्यालय प्रभारी उत्तरदायी होंगे.