मऊ: 'कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों'. इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है मऊ जिला स्थित ग्राम पंचायत ब्राम्हणपुरा के प्रधान अमित कुमार ने. स्नातक डिग्री धारक अमित गांव की तस्वीर बदलकर मिसाल पेश कर रहे हैं. जिस आदर्श गांव की बातें फाइलों और नेताओं के भाषण में अक्सर सुनने को मिलती हैं, वे ब्राम्हणपूरा गांव की जमीन पर नजर आ रही हैं. ये गांव हर उस मूलभूत सुविधा से लैस है, जिसकी हम परिकल्पना करते हैं. यहां की कच्ची गलियां अब पक्के रास्ते में बदल चुकी हैं.
प्रधान की कर्मठता से आदर्श हुआ ब्राम्हणपुरा गांव - ग्राम पंचायत ब्राम्हणपुरा
उत्तर प्रदेश के मऊ जिला स्थित ग्राम पंचायत ब्राम्हणपुरा के प्रधान अमित कुमार कनौजिया ने गांव को आदर्श गांव के तौर पर विकसित किया है. आदर्श गांव पूर्ण रूप से मूलभूत सुविधाओं से लैस है. प्रधान के कार्य से ग्रामवासी पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं. आगे पढ़िए पूरी खबर...
गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय का परिसर स्वच्छ और सुंदर है. ग्राम सभा का समुचित विकास हो, इसके लिए आवंटित धनराशि के अतिरिक्त प्रधान अमित कनौजिया ने अपने निजी खर्च से हर घर पानी की सप्लाई पहुंचाने का काम किया है. इसके साथ-साथ गांव स्थित मंदिर और तालाब का सौंदर्य रूप भी विकास का मॉडल पेश करा रहा है.
ग्रामीणों के प्रधान के कढ़े कसीदे
ग्रामीण सुशीला ने बताया कि प्रधान ने बहुत बढ़िया काम किया है. पहले दूर से पानी लाती थीं, लेकिन अब घर से बाहर नहीं जाना पड़ता. घर के बाहर शौचालय बन गया और पानी की भी व्यवस्था हो गई है. उनका कहना है कि ऐसा प्रधान अब तक नहीं हुआ. गांव निवासी आशुतोष दुबे बताते हैं कि ब्राह्मणपुरा गांव में अब तक जो प्रधान हुए, उन्होंने गांव के विकास के लिए इस तरह का समर्पण नहीं दिखाया, लेकिन प्रधान अमित कुमार ने जो काम किया है, वह जिले में किसी प्रधान ने शायद किया हो. गांव में पक्के रास्ते, पक्की नाली, शौचालय, अच्छा स्कूल और मनरेगा में लोगों को काम मिल रहा है. शायद किसी गांव को इससे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए होता है.