उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

UP Election 2022: मुख्तार अंसारी के सामने अशोक सिंह ने कुलदेवी का आशीर्वाद लेकर फूंका बिगुल

मऊ सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ उनके ही चिर प्रतिद्वंदी अशोक सिंह को भाजपा ने टिकट देकर मैदान में उतारा है. अशोक सिंह ने सर्वप्रथम अपनी कुलदेवी की शरण वनदेवी धाम पहुंचे.

By

Published : Feb 13, 2022, 5:32 PM IST

etv bharat
मऊ सदर विधानसभा सीट Mau Sadar Assembly seat विधायक मुख्तार अंसारी MLA Mukhtar Ansari भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह BJP candidate Ashok Singh अशोक सिंह ने कुलदेवी का आशीर्वाद लेकर फूंका बिगुल Mukhtar Ansari vs ashok singh UP Assembly Election 2022 Uttar Pradesh Assembly Election 2022 Akhilesh Yadav vs Yogi Adityanath up chunav 2022 UP Election 2022 up election news in hindi up election 2022 district wise UP Election 2022 Public Opinion यूपी चुनाव न्यूज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव यूपी विधानसभा चुनाव 2022 भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह पहुंचे वनदेवी धाम bjp candidate ashok singh

मऊ :विधानसभा 2022 के चुनाव में मऊ सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ उनके ही चिर प्रतिद्वंदी अशोक सिंह को भाजपा ने टिकट देकर मैदान में उतारा है. अशोक सिंह रविवार को अपने गृह जनपद पहुंचे.

बीजेपी नेता अशोक सिंह ने सर्वप्रथम अपनी कुलदेवी की शरण वनदेवी धाम पहुंचे. यहां पर उन्होंने पूजा करके मां का आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पहुंचकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया. यहां से जनसंपर्क अभियान चलाते हुए सदर विधानसभा के रतनपुरा ब्लाक की तरफ कूच करेंगे.

इसे भी पढ़ेंःUP Assembly Elections 2022: क्या मुख्तार अंसारी बचा पाएंगे अपना किला ? देखिए जनता की ये राय

वहीं, वनदेवी धाम का इस जिले में बहुत ही पुराना महत्व है. इस वन देवी मंदिर के बारे में पौराणिक मान्यताओं में बताया जाता है कि रामायण काल में जब सीता माता को वनवास मिला था, तो तब के समय में बाल्मीकि जी का आश्रम यही हुआ करता था.

लक्ष्मण जी जब सीता माता को वनवास के लिए छोड़ने आए थे, तो यहीं पर उन्होंने छोड़ा था. बाल्मीकि जी ने अपने आश्रम में रहने वाली सभी स्त्रियों से सीता माता का परिचय वनदेवी के नाम से कराया था. सीता माता ने यहां पर रह कर लव- कुश को जन्म दिया था और जहां वह पूजा-पाठ किया करती थी.

उस जगह कालांतर में सीता माता के लौटने के बाद एक आध्यात्मिक स्थल का रुप दिया गया. यहां एक मंदिर का निर्माण किया गया. आस-पास के लोग यहां पर अपनी मन्नतें मांगने के लिए आते हैं. यहां पर शादी ब्याह आदि भी किए जाते हैं. इस जगह का इस जिले में बहुत ही आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ABOUT THE AUTHOR

...view details