मऊ: आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की स्वीकृति दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेतृत्व में एलोपैथिक डॉक्टर विरोध कर रहे हैं. विरोध के तहत जिले में सभी एलोपैथिक डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी. इस दौरान ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद रही. केवल इमरजेंसी और कोरोना से जुड़े मरीजों का इलाज हुआ. डॉक्टरों ने सरकार से आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की स्वीकृति देने वाली अधिसूचना वापस लेने की मांग की.
जिले के आईएमए अध्यक्ष पीएल गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से आयुर्वेद के डॉक्टरों को मॉर्डन तकनीकी से इलाज करने की अनुमति दी जा रही है. यह स्वीकृति खिचड़ी व्यवस्था का स्वरूप बन गई है. आयुर्वेद को अलग रहने दें और एलोपैथ को अलग. दोनों को मिश्रित करने से रोगी के जीवन से खिलवाड़ होगा.