मऊ:जिले में शनिवार की शाम मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हाथरस के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाला वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. हाथरस की घटना को लेकर विभिन्न संगठनों के लोगों ने एक मंच पर आकर प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की.
सुभासपा के कथित पदाधिकारी का अभद्र बयानबाजी का वीडियो वायरल. वायरल वीडियो में जनपद के कोपागंज थाना क्षेत्र के भांवरकोल गांव निवासी कमल भारती खुद को सुभासपा का अनुसूचित मोर्चा का जिलाध्यक्ष बता रहा है. हाथरस में हुए गैंगरेप मामले में वह बयानबाजी करते हुए सवर्ण समाज पर अभद्र टिप्पणी करते दिखाई पड़ रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीएम व एसपी के लिए अपशब्दों का भी प्रयोग किया है, जिसको लेकर जनपद में कई स्थानों पर क्षत्रिय संगठन के लोगों ने प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट परिसर में विभिन्न दलों और संगठनों के सवर्ण एकजुट होकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया, जिसमें जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.
विवादित वायरल वीडियो पर सुभासपा ने बनाई दूरी, कहा- यह व्यक्ति पार्टी से नहीं जुड़ा है
जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के भांवरकोल गांव निवासी कमल भारती का विवादित वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वह खुद को सुभासपा का अनुसचित मोर्चा का जिलाध्यक्ष बताते हुए हाथरस मामले को लेकर क्षत्रिय समाज पर अभद्र टिप्पणी की है. इस मामले में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए सुभासपा के जिलाध्यक्ष रामजी राजभर ने पत्र जारी करते हुए कमल भारती को पार्टी का प्राथमिक सदस्य नहीं होने का दावा किया है.
विवादित वायरल वीडियो पर सुभासपा ने जारी किया पत्र. जिलाध्यक्ष रामजी राजभर ने लिखा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अनुसूचित मोर्चा का जिलाध्यक्ष बताते हुए जिस व्यक्ति का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहा है, वह पार्टी का प्राथमिक सदस्य तक नहीं है. पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से किसी ने साज़िश के तरह वीडियो बनाया है, जिसकी हम निंदा करते हैं. जो भी व्यक्ति कंधे पर पीला साफा रखकर कोई बयान देता है तो उसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा न कि पार्टी. पार्टी सभी वंचित गरीब पिछड़ों को साथ लेकर चलती है.