मऊ: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 1 अप्रैल को 10 बैंकों का विलय 4 बैंकों में किया गया, जिसके बाद से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मामला मऊ जिले के काझा गांव स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा का है, जिसका विलय इंडियन बैंक में हो चुका है. बताया जा रहा है कि बैंक विलय होने के बाद से 18 हजार खाते होल्ड कर दिए गए हैं, जिन्हें चालू कराने के लिए अब बैंक KYC फार्म भरने को कह रहा है, जिसके साथ आधार कार्ड और जन्मतिथि के सत्यापन के लिए कागजात जमा करने होंगे.
लोग यहां दो महीने से बैंक खाता चालू कराने के लिए परेशान हैं, लेकिन बैंक की लचर व्यवस्था की वजह से ग्राहक परेशान हैं. जब इस बारे में बैंक मैनेजर अंकित अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बैंक मर्ज होने से कोई परेशानी नहीं है, जिनका खाता आधार कार्ड से नहीं जुड़ा है, वही होल्ड हैं. ऐसा भी नहीं है कि काम में कोई लापरवाही की जा रही है. बैंक मैनेजर ने बताया कि लोगों में जागरूकता की कमी है. बैंक द्वारा लगातार ग्राहकों की समस्या दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.