मथुराः जिले के वृंदावन थाना क्षेत्र में स्थित जंगल में एक युवक खून से लथपथ राहगीरों को मिला. राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज अरविंद सिंह और अन्य पुलिसकर्मी घायल युवक मोनू को अस्पताल ले जाने के बजाय घंटों तक पूछताछ करते रहे. काफी देर बाद घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मोनू का ससुराल में किसी से विवाद हो गया था. इसके बाद उसके को पैर में गोली मार दी गई.
तड़पता रहा मोनू, ठहाके लगाती रही पुलिस
जैत गांव के जंगलों में शनिवार देर शाम को 30 वर्षीय युवक मोनू गोली लगने से घायल अवस्था में पड़ा था. इस दौरान यहां गुजर रहे राहगीरों ने घायल को देखा तो पुलिस को सूचित किया. चौकी इंचार्ज द्वारा पूछताछ किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिसकर्मी युवक से घंटों तक पूछताछ कर रहे हैं. इस दौरान युवक का खून बह रहा है. वही चौकी इंचार्ज वीडियो में ठहाके लगाते और घटना को झूठी बताते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में चौकी इंचार्ज वह कह रहे हैं "युवक ड्रामा कर रहा है और नाटक रहा है. बदला लेने के लिए उसने यह घटना रची है." फिलहाल इस मामले पर पुलिस के उच्च अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
घंटो पूछताछ के बाद पुलिस ने युवक को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया. जहां देर रात उसकी मौत हो गई. पुलिस छानबीन में पता चला कि युवक जैत गांव निवासी मोनू पुत्र दिगंबर है. जानकारी मिलते ही मोनू के परिजन भी मौके पर पहुंच गए. परिजनों द्वारा पुलिस को तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.