मथुरा: जुलाई माह में देश के अनेक राज्यों में बारिश का कहर जारी है. यमुना नदी के विश्राम घाट पर जलस्तर बढ़ने से दो सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं. लगातार हो रही बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज से होते हुए पानी छोड़ा जा रहा है. जलस्तर बढ़ने से नदियों के किनारे रह रहे लोगों में भय का माहौल है.
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा:जनपद में कई दिनों से हो रही रुक-रुक कर बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान के करीब पहुंचने लगा है. मथुरा के विश्राम घाट पर पानी बढ़ने से दो सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं. पिछले दिनों हथिनी कुंड बैराज से कई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जोकि, मंगलवार की देर शाम तक यमुना नदी में पहुंच जाएगा. गोकुल बैराज पर जल स्तर बढ़ने को लेकर निगरानी रखी जा रही है.
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खतरे में यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोग, जलस्तर लाल निशान के पास - बाढ़ नियंत्रण कक्ष
मथुरा में कई दिनों से हो रही बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. बढ़ते जलस्तर को लेकर स्थानीय लोग परेशान हैं. वृंदावन के कुछ इलाके, चीर घाट, पानी घाट और यमुना नदी के किनारे रह रहे झोपड़ियों मे पानी आने की वजह से लोग भयभीत है.
अंडरपास और गलियों में भरा बारिश का पानी:लगातार हो रही बारिश के चलते सड़कों से लेकर गलियों में बारिश का पानी भर गया है. वहीं, शहर के अंडरपास भूतेश्वर चौराहा बस स्टैंड पर कई फीट पानी भर गया है. इसकी वजह से आवाजाही करने वाले लोगों के लिए यह समस्या विकराल बन गई है. नगर निगम द्वारा बारिश से पूर्व जल निकासी के लाख दावे किए गए थे. लेकिन, कुछ देर ही हुई बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी. चारों तरफ जलभराव की समस्या बनी हुई है.
कुछ इलाकों में भरा यमुना का पानी:यमुना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर को लेकर स्थानीय लोगों में चिंता है. वृंदावन के कुछ इलाके, चीर घाट, पानी घाट और यमुना नदी के किनारे रह रहे झोपड़ियों मे पानी आने की वजह से लोग भयभीत है. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा हालात को देखते हुए लगातार निगरानी की जा रही है.
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