मथुरा : जिले के फरह क्षेत्र के गांव चांदीपुर के बबलू सिंह आंतकवादियों से लाोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. गांव झंडीपुर में उनका स्मारक है. बुधवार की रात यहां पुणे से लाया गया आर्मी का टैंक (T55) रखवाया गया. इसके बाद पूरे गांव के लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने इस सम्मान पर खुशी जताई. कहा कि ऐसा सम्मान शायद ही किसी शहीद को मिला हो. वहीं परिवार के लोगों ने भी इस पर खुशी जताई है.
2016 में शहीद हो गए थे बबलू सिंह :बता दें कि चांदीपुर गांव के बबलू चौधरी 2005 में 18वीं जाट बटालियन में भर्ती हुए थे. 2016 में 61 राष्ट्रीय राइफल के साथ आतंकवाद विरोधी अभियान में 29 जुलाई की मध्य रात्रि आतंकवादियों से लोहा लेते हुए नौगांव सेक्टर में बबलू चौधरी शहीद हो गए थे. छह घंटे तक यह मुठभेड़ हुई थी. उनके अदम्य साहस, कर्तव्य के प्रति निष्ठा को देखते हुए उन्हें शहीद होने के बाद सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया था. वहीं शहीद के परिजनों का कहना है कि वर्ष 2019 में भारतीय सेना व भारत सरकार से ग्राम पंचायत झंडीपुर ने शहीद बबलू के स्मारक पार्क में टैंक रखवाए जाने का आग्रह किया था. आग्रह स्वीकार करते हुए सेना ने टी 55 टैंक रखवाने का आदेश कर दिया. बुधवार को गांव में टैंक स्थापित हुआ. इसे देखकर पूरे गांव में जश्न का माहौल हो गया.