मथुरा: मथुरा के जवाहर बाग कांड के साढ़े पांच साल बाद पुलिस ने भी मान लिया है कि मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव मर चुका है. मथुरा पुलिस ने हाईकोर्ट में यह जानकारी लिखित में दी है. इसका खुलासा रामवृक्ष के बेटे राजनारायण से पिता का मृत्यु प्रमाणपत्र मांगने के बाद हुआ है. साथ ही बताया गया कि आरोपी रामवृक्ष यादव की मौत का प्रमाणपत्र भी जल्द ही जारी किया जाएगा, क्योंकि रामवृक्ष के बेटे राजनारायण ने हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था.
2 जून, 2016 को हुई हिंसक घटना: 2 जून, 2016 को जवाहर बाग को कब्जामुक्त कराते हुए तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और तत्कालीन थाना प्रभारी फरह संतोष यादव शहीद हो गए थे. जवाहर बाग हिंसा में 29 लोगों की मौत हुई थी. लेकिन रामवृक्ष यादव के मरने की कोई पुष्टि नहीं हुई थी. वहीं, इस हिंसक घटना की तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. जिसके साढे़ पांच साल बाद हिंसक घटना के मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव की मृत्यु का खुलासा हुआ है और अब हाईकोर्ट में मथुरा नगर निगम ने रामवृक्ष यादव के मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने की बात कही है.
बेटे ने हाईकोर्ट में दिया था प्रार्थनापत्र: रामवृक्ष यादव के बेटे राजनारायण निवासी गांव रायपुर गाजीपुर ने हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था कि उसके पिता की मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया जाए. कोर्ट ने मथुरा जिला प्रशासन से पूछा कि लिखित में दस्तावेज पेश किए जाएं. साथ ही कोर्ट ने मथुरा वृंदावन नगर निगम को रामवृक्ष यादव का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने को भी कहा है और साथ ही रामवृक्ष यादव की मौत स्वीकार करने वाले पुलिस का पत्र भी भेजा गया है.