उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

मथुरा: नयति हॉस्पिटल के कर्मचारियों का प्रदर्शन, 5 महीने से नहीं मिला वेतन - 5 महीने से नहीं मिला वेतन

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में नयति हॉस्पिटल एक बार फिर सुर्खियों में आया है. यहां कार्यरत कर्मचारियों ने हॉस्पिटल प्रशासन के खिलाफ आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया.

etv bharat
रेडियोलॉजिस्ट विभाग के कर्मचारियों का प्रदर्शन.

By

Published : Aug 20, 2020, 4:28 AM IST

मथुरा:जिले में स्थित नयति हॉस्पिटल एक बार फिर सुर्खियों में है. इस हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारियों ने हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इनका आरोप है कि लगभग 5 महीने से सभी कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है. इस संबंध में उन्होंने नयति हॉस्पिटल के गेट पर प्रदर्शन कर हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

रेडियोलॉजी विभाग के कर्मचारियों का प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे सभी कर्मचारी रेडियोलॉजी विभाग के हैं, जिनको लगभग 5 महीने से मानदेय नहीं दिया गया है. नयति हॉस्पिटल में प्रदर्शन का यह पहला मामला नहीं है, आए दिन यहां किसी न किसी बात को लेकर प्रदर्शन होता रहता है. हॉस्पिटल प्रबंधन के रवैये के चलते कई बार यहां के कर्मचारियों में आक्रोश पैदा हुआ है, जिस कारण बुधवार को यहां कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया है.

मरीजों के परिजन भी लगा चुके हैं आरोप
नयति हॉस्पिटल आए दिन चर्चाओं में बना रहता है. कई बार लोगों द्वारा अपने परिजनों के शवों को लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. लोगों ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल में मरने के बाद भी कई दिनों तक लोगों को रखा जाता है और बिल बनाया जाता है. कई बार शिकायतें भी हुईं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं अब नया मामला खुद नयति अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा सामने लाया गया है, कर्मचारियों का कहना है कि 5 महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि जो भी कर्मचारी और डॉक्टर इसका विरोध कर रहे हैं उन्हें नौकरी से निकाल दिया जा रहा है.

डॉक्टरों ने दी जानकारी
डॉक्टर कृष्णा का कहना है कि वह करीब 4 साल से इस अस्पताल में कार्यरत हैं. पहले कुछ महीनों की सैलरी को रोक लिया जाता था. लेकिन अब पांच 5 महीने की सैलरी रोक ली जा रही है और हर बार टाल दिया जा रहा है. जो इसका विरोध करता है तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है. अस्पताल के मैनेजमेंट का यह रवैया लोगों के लिए आफत बना हुआ है. डॉक्टर शिप्रा यादव का कहना है कि उन्हें इस अस्पताल में कार्य करते हुए ढाई साल हो गए हैं. ढाई सालों से हर महीने वेतन लेने में परेशानी हुई है. अब करीब 5 माह से वेतन नहीं मिला है और जब मांगने जाते हैं तो मैनेजमेंट कहता है कि उनके पास फंड नहीं हैं. जब इसका विरोध किया तो मुझे नौकरी से निकाल दिया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details