मथुरा:जिला कारागार मथुरा में बंदी लॉकडाउन के चलते पिछले 2 माह से अपने परिजनों से नहीं मिल पाए हैं. बंदी कहीं डिप्रेशन में ना आ जाएं, इसको लेकर कारागार प्रशासन द्वारा पीसीओ के माध्यम से वीडियो कॉलिंग कर बंदियों के परिजनों से बात कराई जा रही है. इसके चलते बंदियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
जेल अधीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर बंदियों की उनके परिजनों से मुलाकात बंद की गई है. बंदियों को पीसीओ की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. जेल अधीक्षक ने बताया कि पूर्व में हमारे पास दो पीसीओ थे, उसमें से एक खराब था. उसको तत्काल सही कराते हुए एक को इनकमिंग कर दिया था और एक को आउटगोइंग कर दिया था. हफ्ते में एक बंदी अपने परिजनों से बात कर सकता था और हफ्ते में एक बार उसके परिजन उसको कॉल कर सकते थे. लेकिन अब बंदियों को परिजनों से संपर्क करने के लिए नया कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है.
मथुरा: वीडियो कॉल के जरिये कैदी अपने परिजनों से कर रहे बात
मथुरा जिला कारागार में बंदी कोरोनावायरस संक्रमण के चलते अपने परिजनों से लगभग 2 माह से नहीं मिल पाए हैं. जिला कारागार प्रशासन द्वारा बंदियों की परेशानी को समझते हुए उन्हें पीसीओ के माध्यम से और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उनके परिजनों से बात कराई जा रही है.
वर्तमान में बंदी दो आउटगोइंग कॉल कर पा रहे हैं. इसके जरिए एक दिन में 210 बंदियों का फोन आ रहा है और जा रहा है. प्रतिदिन 140 या 150 कैदी अपने परिजनों से बात कर पा रहे हैं. इसके साथ ही वीडियो कॉलिंग की सुविधा बंदियों को मुहैया कराई गई है. क्योंकि बंदियों की संख्या ज्यादा है इसलिए वीडियो कॉलिंग कराने के लिए लॉटरी सिस्टम रखा गया है. एक दिन में 2 बैरक के पांच-पांच बंदियों को लॉटरी के माध्यम से फोन कराया जाता है. इसके साथ बैरिक में जो भी साफ-सफाई करने के लिए कर्मचारी लगे हुए हैं, उनको बिना लॉटरी के ही यह सुविधा मुहैया कराई जा रही है.