मथुरा: यमुना नदी के किनारे 16 फरवरी से मिनी कुंभ आरंभ होने वाला है. आयोजन में कुछ ही दिन बजे हैं. इसके बाद भी आयोजन की तैयारियां अधूरी हैं. केसी घाट के पास बने कुंभ प्रवेश द्वार तक का काम पूरा नहीं हुआ है. अधिकारियों की लापरवाही के चलते साधु-संत खासा नाराज हैं.
16 फरवरी से शुरू हो रहा मिनी कुंभ. कुंभ स्थल पर तैयारियां अधूरीं
हरिद्वार कुंभ से पूर्व वैष्णव बैठक के लिए सरकार से अनुमति मिलने के बाद तैयारियों का आगाज जोर शोर से किया गया था. वैष्णव बैठक में पांच दिन बाकी हैं, लेकिन कुंभ स्थल पर अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं. लापरवाही की हद तो ये है कि कुंभ के प्रवेश द्वार तक का काम पूरा नहीं किया गया है. इसके चलते अधिकारियों के प्रति साधु-संतों की नाराजगी है.
मेला क्षेत्र में अधूरे पड़े हैं काम. क्या है मिनी कुंभ
हरिद्वार कुंभ से पहले वृंदावन में यमुना नदी के किनारे 12 साल बाद साधु-संतों की बड़ी बैठक होती है. इसे संत समागम, कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक, मिनी कुम्भ के नाम से जाना जाता है. कुंभ से पहले वैष्णव बैठक में देश के कोने-कोने से लाखों साधु-संत वृंदावन में जुटते हैं. इस दौरान हरिद्वार कुंभ की विस्तृत चर्चा की जाती है. वृंदावन में यमुना नदी के किनारे 16 फरवरी यानी बसंत पंचमी के दिन मिनी कुंभ की शाही ध्वजा कुंभ स्थल पहुंचेगी. भूमि पूजन करने के साथ साधु-संत यमुना नदी में स्नान भी करते हैं.
सीएम 14 फरवरी को मथुरा पहुंचेंगे
सीएम योगी 14 फरवरी को कुंभ की तैयारियों का जायजा लेने मथुरा आ रहे हैं. इसके बाद भी मेला प्रशासन ने तैयारियां पूरी नहीं की हैं. सीएम के आगमन के लिए प्रशासन तैयारियां कर रहा है, लेकिन मिनी कुंभ की तैयारियां अधर में हैं.
मोहिनी शरण महाराज ने बताया कि मिनी कुंभ स्थल पर अव्यवस्थाएं हैं. सीवर लाइन, बिजली के पोल, लाइट की व्यवस्था नहीं है. कुंभ का प्रवेश द्वार भी बनकर पूरा नहीं हुआ है. कुंभ स्थल पर तैयारियों के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है.