मथुराःबुधवार को एडीजे प्रथम कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएफआई के सदस्यों की पेशी की गई. एसटीएफ के अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल नहीं किए. मामले की अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों को न्यायालय में उपस्थित होकर रिमांड पेश किया जाएगा.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएफआई सदस्यों की पेशी
बुधवार दोपहर बाद एडीजे प्रथम कोर्ट मे पीएफआई के सात सदस्य अतीकुर्रहमान, मसूद, आलम, सिद्दीकी कप्पन ,छात्र विंग संगठन महासचिव रउफ़ शरीफ, फिरोज खान, कमांडर अंसद बदरुदीन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की गई. एसटीएफ अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल नहीं किया, जबकि कोर्ट में 4 अप्रैल तक का समय दिया गया है. मामले की अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी. जिला कारागार में बंद पीएफआई के सदस्यों को न्यायालय में उपस्थित रहकर रिमांड पेश किया जाएगा.
मथुरा में पकड़े गए पीएफआई के संपर्क में थे लखनऊ वाले आरोपी
पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में एटीएस की टीम ने पीएफआई के दो सदस्य अंसद बरूद्दीन और फिरोज खान को एटीएस की टीम ने विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया था. ये दोनों आरोपी मथुरा जिला कारागार में बंद पीएफआई सदस्यों के नजदीकी बताए जा रहे हैं. फिलहाल दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में जिला कारागार में बंद हैं.
पीएफआई मामले में एसटीएफ कर रही जांच
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) संगठन के पकड़े गए सदस्यों के मामले में जांच नोएडा एसटीएफ की टीम कर रही है. फिलहाल जनपद के जिला कारागार में पीएफआई के 5 सदस्य अतीकुर्रहमान, मसूद, आलम, सिद्दीकी और रउफ शरीफ बंद हैं.