मथुरा : 7 माह बाद धर्म नगरी वृंदावन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था. लेकिन अव्यवस्थाओं को देखते हुए मंदिर प्रबंधक कमेटी द्वारा मंदिर को 19 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. इससे नाराज मंदिर सेवायतों द्वारा मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. सेवायतों का कहना है माननीय न्यायालय से मांग की गई है कि यह लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का सवाल है. इसलिए मंदिर को जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए.
मंदिर खुलवाने के लिए याचिका दाखिल
विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को 7 माह बाद श्रद्धालुओं के लिए 17 अक्टूबर को खोला गया था. लेकिन अचानक से श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए और व्यवस्थाओं को फेल होता देख, मंदिर प्रबंधक कमेटी द्वारा मंदिर को पुनः अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया है. जिससे नाराज होकर सेवायतों द्वारा मंदिर खुलवाने को लेकर सिविल जज सीनियर डिविजन की कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. कोर्ट से दरख्वास्त की गई है कि मंदिर प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंदिर को खोले जाने की अनुमति प्रदान की जाए.
मंदिर कमेटी को बनाया पक्षकार
जानकारी देते हुए अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मंदिर प्रबंधक कमेटी ने जो मंदिर बंद किया है, उसी को लेकर मथुरा में दावा दायर किया गया है. अधिवक्ता ने कोर्ट से मांग की है कि जिस तरह से बांके बिहारी मंदिर को बंद किया गया है वह गलत है. लाखों करोड़ों लोगों की श्रद्धा का सवाल है, इसलिए तुरंत मंदिर को खोला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हजारों लोग जब ठाकुर जी के दर्शन कर लेते हैं तब अन्न जल ग्रहण करते हैं. बांके बिहारी मंदिर को खोला जाना बहुत ही आवश्यक है. अगर मंदिर नहीं खोला गया तो कितने लोगों की आस्था को ठेस पहुंचेगी. इसको लेकर उन्होंने कोर्ट में दावा दायर किया है. उन्होंने बताया कि मंदिर प्रबंधक कमेटी को पक्षकार बनाया है. माननीय कोर्ट से आग्रह किया गया है कि मंदिर को खोलने के लिए तुरंत आदेश पारित किए जाएं, जिससे कि लोग दर्शन कर सकें.