मथुरा :उत्तरप्रदेश में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान दम घुटने के कारण 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए. घटना के बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं का गुस्सा आसमान पर पहुंच गया. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जिन प्रशासनिक अफसरों को भीड़ नियंत्रित करने का जिम्मा सौंपा गया था, उनकी लापरवाही के कारण बांके बिहारी मंदिर परिसर में अव्यवस्था हुई. इस कारण दो लोगों को जान गंवानी पड़ी. मौके से जिस तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं, उससे लापरवाही के आरोपों की पुष्टि हुई है. हालांकि अभी तक प्रशासन की ओर से कोई सफाई नहीं दी गई है.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे मध्य रात्रि 2:00 बजे मंदिर परिसर में मंगला आरती का आयोजन किया गया. यह आरती साल में एक बार होती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि जब मंदिर में भीड़ बढ़ रही थी, तब व्यवस्था में तैनात अफसर अपनी फैमिली को वीवीआईपी दर्शन कराने में व्यस्त थे. जब मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या क्षमता से ज्यादा हो गई, तब तैनात अधिकारी मोबाइल से वीडियो बनाने में व्यस्त थे. कई वीडियो में अधिकारी वीडियो बनाते दिख रहे हैं, जबकि श्रद्धालुओं के बीच तिल रखने की जगह नहीं बची थी.
बांके बिहारी मंदिर में भीड़. मंदिर प्रशासन के अनुसार, वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे बड़े आयोजन के मौके पर मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच जाती है. बांके बिहारी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की उपस्थिति की क्षमता सिर्फ 800 है. खुद मंदिर प्रशासन का आकलन है कि शुक्रवार रात मंगला आरती के दौरान मंदिर परिसर में पच्चीस से तीस हजार श्रद्धालु मौजूद थे.
बांके बिहारी मंदिर की क्षमता सिर्फ 800 श्रद्धालुओं की है. पुलिस के अनुसार, मंदिर में दम घुटने से मारे गए श्रद्धालुओं की पहचान हो गई है. मारी गई श्रद्धालु महिला की पहचान निर्मला देवी (47 साल) के तौर पर हुई है. वह नोएडा की रहने वाली थीं. भीड़ में दम तोड़ने वाले दूसरे श्रद्धालु रामप्रसाद विश्वकर्मा निवासी जबलपुर के निवासी थे. घायल हुए घनश्याम, मनीता, सरोज, राजेंद्र सिंह, राजकुमार को उपचार होने के बाद घर वापस भेजा गया है. मारे गए श्रद्धालुओं के शव पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
यह बोले एडीजी राजीव कृष्णा. हादसे के बाद आगरा रेंज के एडीजी राजीव कृष्णा, आईजी और जिले के प्रशासनिक अधिकारी मंदिर परिसर पहुंचे. मंदिर के सेवायत द्वारा घटना को लेकर जानकारी ली. एडीजी राजीव कृष्णा ने बताया कि मंदिर परिसर में मंगला आरती का आयोजन किया गया था जो कि वर्ष में एक बार होता है. आरती को देखने के लिए श्रद्धालु चारों गेट से अंदर प्रवेश करने लगे, तभी गेट नंबर एक के पास एक श्रद्धालु की सांस फूलने लगी और वह गेट पर बैठ गया. वह करीब 3 से 4 मिनट तक बैठा रहा. मंदिर में दबाव बढ़ने लगा जिसके कारण श्रद्धालु एक दूसरे की तरफ धक्का-मुक्की करने लगे. दम घुटने के कारण दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और पांच श्रद्धालु घायल हो गए. उन्होंने कहा कि कहां कमी रह गई थी, सभी बिंदुओं पर जानकारी ली जा रही है. इस मामले में भविष्य में किसी प्रकार की कोई घटना की पुनरावृत्ति न हो उसको लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे. यदि किसी की लापरवाही पाई गई तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जताया दुख
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले भक्तों को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही घायल भक्तों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने लिखा है कि आशा है इस दुर्घटना से सबक लेकर आगे आने वाले समय में पहले से ऐसे प्रबंध किए जाएंगे जिससे भक्तों की संख्या पर नियंत्रण रखा जा सकेगा और प्रशासन आंगतुको की संख्या का सही अनुमान लगा पाएगा.
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