मथुरा:जिला अस्पताल आए दिन चर्चा में बना रहता है. अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के पीछे गैलरी में ट्रेन हादसे में आए दो मरीजों को कई दिनों से रखा गया है, जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. अस्पताल में न तो डॉक्टर हैं और न ही नर्स. हादसे में घायल एक मरीज बेड से गिर गया और बुरी तरह जख्मी हो गया, लेकिन उसे उठाने तक के लिए कोई नहीं था.
मथुरा: जिला अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे मरीज, सुध लेने तक नहीं पहुंच रहे डॉक्टर - मथुरा जिला अस्पताल
उत्तर प्रदेश में मथुरा का जिला अस्पताल हमेशा चर्चा में रहता है. पिछले दिनों हुए ट्रेन हादसे में दो घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी. ऐसे में उन्हें सर्जिकल वार्ड के पीछे गैलरी में रखा गया. लेकिन वहां उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. घायल मरीज वहां मौत से जंग लड़ रहे हैं.
जानकारी देते सीएमएस आरएस मौर्य.
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क्या है पूरा मामला
- मामला कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत शहर के हृदय स्थल होली गेट में स्थित जिला अस्पताल मथुरा का है.
- कुछ दिन पूर्व रेल हादसे में आए दो मरीजों को जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के पीछे गैलरी में लावारिस अवस्था में रखा गया.
- घायल मरीजों में से एक अपने बेड पर से गिर गया और उसके मुंह से खून निकलता रहा.
- कई दिनों तक उसको देखने के लिए भी कोई नहीं आया.
- अस्पताल से मोटी तनख्वाह लेने वाले डॉक्टर, नर्स और वार्ड बॉय नदारद दिखे.
- इस संदर्भ में सीएमएस आरएस मौर्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.