मथुरा: सरकार की ओर से सर्व शिक्षा अभियान को लेकर तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादातर लोगों तक शिक्षा पहुंचे, लेकिन सरकार की यह योजनाएं गंदगी, शौचालय की कमी, बिजली की समस्या और विद्यालय में छत न होने की वजह से दम तोड़ती नजर आ रही हैं.
टूटी छत के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं नौनिहाल. टीन शेड के नीचे पढ़ने को मजबूर छात्र
योगी सरकार की दम तोड़ती योजनाओं का अनुमान वृंदावन के लाल बहादुर शास्त्री एवं महात्मा गांधी प्राथमिक विद्यालय की दयनीय हालत देखकर लगाया जा सकता है. विद्यालय की शिक्षिका का कहना है कि यहां बच्चे टीन शेड के नीचे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे अधिकारी
एक तरफ सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा के बूते मुख्यधारा में जोड़ने का दम भर रही है, वहीं शिक्षा विभाग के अलावा सरकार के नुमाइंदों की उदासीनता के चलते बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. वहीं सफाई को लेकर नगर निगम के अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि सफाई का कोई प्रकरण है ही नहीं. रीटेन में शिकायत दर्ज न होने का हवाला देते हुए अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश कर रहे हैं.
सर्व शिक्षा अभियान की उड़ रही धज्जियां
वृंदावन के इस इलाके में तीन प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं. इन विद्यालयों में करीब 300 से ज्यादा बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं, लेकिन व्यवस्थाओं की अनदेखी के चलते इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां की शिक्षा-व्यवस्था सीएम योगी की ओर से गरीब बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की धज्जियां उड़ा रही है.