लखनऊ: राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद के बाद अब कृष्ण नगरी मथुरा का विवाद भी तूल पकड़ रहा है. श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर स्थित मथुरा ईदगाहको हटाए जाने को लेकर हिन्दू संगठनों ने मथुरा जिला एवं सत्र न्यायालय में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मस्जिद मुक्त बनाने के लिए शुक्रवार को याचिका दाखिल की है. कोरोना काल में एक नए विवाद को बढ़ता देख मुस्लिम धर्मगुरु ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने इसे मौजूदा वक्त में गैर जरूरी बताते हुए कहा कि देश को इस वक्त कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से बचाने और एक-दूसरे की मदद के लिए खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस वक्त झूठी सियासात से लोगों को बचना चाहिए.
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला पहुंचा कोर्ट, याचिका में मस्जिद से मुक्त कराने की मांग
दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने शनिवार को मथुरा ईदगाह मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरी दुनिया ने देखा है कि बाबरी मस्जिद और राम मंदिर मुद्दे को लेकर बड़े पैमाने पर सियासात की गई, जिससे धार्मिक और मुल्की स्तर पर हिन्दू और मुसलमानों का नुकसान हुआ. मौलाना ने कहा कि कोरोना को देखते हुए इस वक्त कोई भी विवादित मुद्दे को उठाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जो लोग विवाद को छेड़ रहे हैं वे देश की भलाई के बारे में नहीं सोच रहे.
उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी से दो-चार है और हर शख्स कोशिश कर रहा है कि इस बीमारी से बाहर निकला जाए. ऐसे वक्त में इस विवादित मुद्दे को छेड़कर लोग कहीं न कहीं अपनी झूठी सियासात को चमकने की कोशिश कर रहे हैं. मौलना सुफियान ने कहा कि ऐसे लोगों से मेरी गुजारिश है कि इस वक्त ऐसे मुद्दों को न छेड़कर, बल्कि मुल्क की तरक्की की बात करें.