मथुरा: पावन धाम गोवर्धन में आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध मुड़िया मेला एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के चलते निरस्त किया गया है. इसको लेकर प्रशासन ने औपचारिक घोषणा कर दी है. संतों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद इस पर सहमति बनी.
बता दें कि पांच दिवसीय मुड़िया मेले में करोड़ों रुपये का कारोबार होता है. हालांकि लगातार दो साल से मेला निरस्त होने से यहां के दुकानदार परेशान हैं. उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. गोवर्धन में लगने वाले मुड़िया मेले से दुकानदारों की उम्मीदें जुड़ी रहती हैं, लेकिन मेला निरस्त होने से दुकानदारों में मायूसी छा गई है.
जानकारी देते हुए व्यापारी केशव सैनी ने बताया कि अगर हम केवल गोवर्धन की बात करें तो पोशाक और ठाकुर जी के श्रृंगार का ही लाखों रुपये का व्यापार का नुकसान है. अगर बात मथुरा, वृंदावन की करें तो कम से कम करोड़ों रुपये का नुकसान है. हर बार यह उम्मीद रहती है कि मुड़िया मेला लगेगा और बाहर से लोग आएंगे. केशव सैनी ने बताया कि बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जो साल में एक बार मेले में हींग राज महाराज के दर्शन के लिए आते हैं. इससे हम लोगों का महीने दो महीने का अच्छा व्यापार हो जाता है. मुड़िया मेला हमारे लिए साल का सबसे मुख्य त्योहार है.
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वहीं जानकारी देते हुए एसडीएम राहुल यादव ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए इस बार मुड़िया मेला नहीं लगेगा. 20 से 24 जुलाई तक जो मेला लगना था, उसको जिलाधिकारी द्वारा निरस्त कर दिया गया है. यहां आने वाली भीड़ को रोकने के लिए हम लोगों द्वारा सारे प्रयास किए जा रहे हैं. एसडीएम राहुल यादव ने बताया कि मीडिया के माध्यम से, सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को सूचित किया जा रहा है कि वह मेले के समय में गोवर्धन न आएं.