मथुरा:कहते हैं काबिलियत किसी की मोहताज नहीं होती. ये कहावत 22 वर्षीय प्रेरणा शर्मा पर सटीक बैठती है, जोकि मेमोरी गर्ल के नाम से विख्यात हैं. प्रेरणा शर्मा ने अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज कराए हैं. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक रिकॉर्ड, लिम्का बुक रिकॉर्ड, यूआरएफ बुक रिकॉर्ड, रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार जैसे अवॉर्ड प्रेरणा शर्मा हासिल कर चुकी हैं. हाल ही में वियतनाम से पीएचडी की उपाधि मेमोरी गर्ल को मिली है.
मेमोरी गर्ल के नाम से मशहूर हैं प्रेरणा. शहर के पदमपुरी निवासी उषा शर्मा की बेटी प्रेरणा शर्मा की परवरिश गरीब परिवार में हुई. बचपन से ही प्रेरणा पढ़ने के साथ कुछ अलग करने की जिद करती थीं. प्रेरणा शर्मा बिना देखे सीधे और उल्टे शब्द पढ़ने में माहिर हैं.
प्रेरणा शर्मा ने बताया कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक रिकॉर्ड, लिम्का बुक रिकॉर्ड सहित कई रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी हूं. पिछले साल वियतनाम से मेमोरी में पीएचडी की उपाधि मिली है. देश को पहली बार मेमोरी में पीएचडी की उपाधि वियतनाम से मिली है.
प्रेरणा की मां उषा शर्मा ने बताया कि प्रेरणा चार पांच साल की थी तो कुछ न कुछ नया करती रहती थी. हम लोगों ने प्रेरणा का साथ दिया. उसे मेमोरी के लिए टिप्स देना शुरू किया. आगे चलकर प्रेरणा ने मेमोरी के दम पर कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराएं. प्रेरणा को आप लोग मेमोरी कार्ड के नाम से जानते हैं. घर पर प्रेरणा बच्चों को निशुल्क मेमोरी की क्लासेज देती है. वैश्विक महामारी के चलते फिलहाल घर पर बच्चे नहीं आ रहे हैं.