मथुराःकोरोना वायरस संक्रमण की मार का असर होटल व्यवसाय पर भी देखने को मिल रहा है. कान्हा की नगरी मथुरा में देश-विदेश से भारी संख्या में दर्शन और परिक्रमा के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु अब नहीं पहुंच रहे हैं, जिसके चलते उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है. होटल और गेस्ट हाउस व्यवसाय यहां आने वाले श्रद्धालुओं पर ही निर्भर करता है.
हजारों की संख्या में पहुंचते थे श्रद्धालु
कोरोना वायरस फैलने से पहले जनपद में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते थे. उस दौरान भक्तों की संख्या प्रतिदिन हजारों में हुआ करती थी. श्रद्धालु मथुरा वृंदावन में कुछ दिन ठहर कर ब्रज के सभी प्रमुख मंदिरों, धार्मिक स्थानों और पर्यटन स्थलों का भ्रमण करते थे, लेकिन अब स्थिति उलट हो गई है.
मथुरा आएं तो यहां जरूर घूमें
मथुरा में श्रद्धा के अनुरूप काफी स्थान हैं, जिनमें वृंदावन के बांके बिहारी, मथुरा के द्वारकाधीश, यमुना, गोवर्धन गिरिराज, बरसाना में राधा रानी, नंद गांव में नंद बाबा और गोकुल में रमणरेती आकर्षण प्रमुख धार्मिक स्थल है. अगर आप मथुरा आए और इन जगहों पर नहीं गए तो आपको मथुरा आना अधूरा सा लगेगा.
50% तक की छूट दे रहे होटल मालिक
अधिक धार्मिक स्थल होने के चलते लोगों को यहां एक या दो रात के लिए होटल या गेस्ट हाउस लेना ही पड़ता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद से गेस्ट हाउस और होटल संचालक घाटे में चल रहे हैं. लोगों को मथुरा बुलाने के लिए और अपने व्यापार को पटरी पर लाने के लिए होटल व्यवसायियों ने ग्राहकों को ऑफर देना शुरू कर दिया है. अब जिले के प्रतिष्ठित होटलों में ग्राहकों को 40 से 50% तक की छूट दी जा रही है.
भक्तों की संख्या में आई गिरावट
कोरोना वायरस संक्रमण का असर काफी व्यवसायों पर देखने को मिला है. इसी क्रम में होटल और गेस्ट हाउस व्यवसाय भी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण प्रभावित हुआ है. संक्रमण के चलते भक्तों की संख्या में भारी गिरावट आई है. व्यवसाय को पटरी पर लाने के लिए होटल और गेस्ट हाउस संचालकों द्वारा ग्राहकों को भारी छूट दी जा रही है.