मथुरा : होली का पर्व पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. कान्हा की नगरी मथुरा में इस पर्व को कुछ अलग ही अंदाज में मनाया जाता है. बसंत पंचमी से ही यहां पर होली की धूम शुरू हाे जाती है. यह सिलसिला 40 दिनाें तक चलता है. देश-विदेश से श्रद्धालु अपने आराध्य श्री कृष्ण के साथ होली खेलने के लिए मथुरा पहुंचते हैं. पर्व काे लेकर वृंदावन में महिला आश्रय सदन में रहने वाली माताएं फूलों से हर्बल गुलाल बनाने में जुटी हैं. पिछले कई सालों से विधवा माताएं सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के प्रयासों से रक्षाबंधन, दीपावली और होली जैसे प्रमुख पर्वों को हर्ष के साथ मना रहीं हैं.
धर्म नगरी वृंदावन में चैतन्य बिहार स्थित महिला आश्रय सदन में रहने वाली निराश्रित वृद्ध, विधवा माताएं कई वर्षों से होली के पर्व में रंग भरने के लिए हर्बल गुलाल बनाती चली आ रहीं हैं. इस वर्ष भी त्याेहार की तैयारियां शुरू कर दी है. वे फूलों से हर्बल गुलाल तैयार कर रहीं हैं. माताओं द्वारा बनाए जा रहे गुलाल से विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भगवान होली खेलेंगे. महिला अनुपमा ने बताया कि माताओं के हाथों से बने गुलाल को देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी भेजा जाएगा.