मथुरा:राम मंदिर पर अधिवक्ताओं ने अपनी राय देते हुए कहा कि, माननीय सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा वह सब के लिए मान्य होना चाहिए. सभी धर्मों, जातियों और लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए. फैसला चाहे राम मंदिर बनाने के पक्ष में हो या ना हो. हमें सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए.
'सुप्रीम कोर्ट के फैसलें का सभी करें सम्मान'. 'सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें सम्मान'
इन दिनों राम मंदिर का मुद्दा पूरे देश में गरमाया हुआ है, राजनीति हलकों से लेकर आम जनमानस में सिर्फ राम मंदिर की ही चर्चा है. वहीं मथुरा के अधिवक्ताओं ने राम मंदिर को लेकर अपनी राय रखते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी आएगा चाहे वह राम मंदिर के पक्ष में हो या नहीं हो. सभी धर्मों जातियों को और लोगों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए.
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वहीं कुछ अधिवक्ताओं ने कहा कि हिंदू होने के नाते हम यह चाहते हैं कि श्री राम का मंदिर वही बनना चाहिए. इसमें हिंदुओं की भावनाएं जुड़ी हुई हैं और सभी हिंदू चाहते हैं कि राम मंदिर वहीं बनना चाहिए. हम समझते हैं कि राम मंदिर बनने से किसी भी जाति या धर्म के लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है. हर कोई चाहता है कि राम मंदिर वहीं बनना चाहिए. अधिवक्ताओं का यह भी कहना है कि फिर भी सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा हम उसका सम्मान करेंगे, और हम चाहते हैं कि सभी लोगों को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए. चाहे वह राम मंदिर बनने के पक्ष में हो या ना हो.