मथुरा: जिला न्यायालय के गेट नंबर 2 पर बैठकर एक अधिवक्ता ने जूते पॉलिश कर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. अधिवक्ता का कहना है कि कोरोना काल में युवा अधिवक्ता आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. देश में कई युवा अधिवक्ताओं ने आत्महत्या भी कर ली है. इस बीच मथुरा में बार एसोसिएशन के नवीन पदाधिकारियों ने अधिवक्ताओं से लिए जाने वाला वार्षिक शुल्क 300 से बढ़ाकर 500 कर दिया है. जबकि कोरोना काल में बार एसोसिएशन में अधिवक्ताओं की कोई सहायता नहीं की.
बार एसोसिएशन के विरोध में एक अधिवक्ता ने अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया है. अधिवक्ता ने जिला न्यायालय के गेट पर जूते पॉलिश कर रोष व्यक्त किया. अधिवक्ता का यह प्रदर्शन वकीलों के लिए दिन भर कौतुहल का विषय बना रहा. वहीं बार एसोसिएशन ने प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ता को टर्मिनेट कर दिया है. जिला न्यायालय के गेट संख्या 2 पर जूता पॉलिश कर प्रदर्शन कर रहे ललित मोहिनी रूप शर्मा ने कहा कि कोरेाना काल में युवा अधिवक्ता आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. देश में कई युवा अधिवक्ताओं ने आत्महत्या भी कर ली है. इस बीच मथुरा में बार एसोसिएशन के नवीन पदाधिकारियों ने अधिवक्ताओं से लिए जाने वाला वार्षिक शुल्क 300 से बढाकर 500 रुपये कर दिया है.