मथुरा:राधा रानी की जन्म स्थली बरसाना में होली महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी की चुकी हैं. आज मंदिर परिसर मे लड्डू मार होली खेली जाएगी. लड्डूमार होली को लेकर कई क्विंटल बूंदी के लड्डू तैयार किए जा रहे हैं. नंदगांव के ग्वाला बरसाना मंदिर आकर राधा रानी जी से होली खेलने को लेकर आमंत्रण करते हैं. आमंत्रण स्वीकार होने के बाद लड्डू मार होली खेली जाती है. दूर दराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आकर होली का अद्भुत आनंद लेते हैं.
बरसाने में आज खेली जाएगी लड्डू मार होली द्वापर युग से चली आ रही परंपरादरअसल, कहा जाता है कि द्वापर युग में जब श्रीकृष्ण और नंद गांव के सखाओं ने बरसाना में होली खेलने का न्यौता स्वीकार किया था, तब बरसाना वासियों ने खुशी में लड्डू की होली खेली. यही परंपरा आज तक चली आ रही है.
जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर बरसानाजनपद मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर बरसाना कस्बा है, जहां विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली भव्य और दिव्यता के साथ खेली जाती है. दूरदराज से लठमार होली खेलने और देखने के लिए लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. 22 मार्च को मंदिर परिसर में लड्डू मार होली 23 मार्च को राधा रानी मंदिर और रंगीली गलियां में लठमार होली खेली जाएगी.
होली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामबरसाना में होली महोत्सव को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. बरसाना क्षेत्र को पांच जोन 12 सेक्टर में बांटा गया है. परिसर में 150 सीसीटीवी कैमरे, 10 वॉच टावर, 4 ड्रोन कैमरे भी तैनात हैं. पांच एएसपी,बारह सीओ, बारह थाना प्रभारी, पचास सब इंस्पेक्टर, सात महिला सब इंस्पेक्टर,650 कांस्टेबल,पचास महिला कांस्टेबल, चार पीएसी कंपनी और चार दमकल की गाड़ियां तैनात की गई हैं.बरसाना निवासी विष्णु गोस्वामी ने बताया कि लड्डू मार होली अनादि काल से चली आ रही परंपरा है. पहले तो सभी लोग लड्डू तैयार करते थे. लेकिन अब श्रद्धालु लड्डू लेकर आता है और मंदिर में लड्डू मार होली खेली जाती है.राधा रानी मंदिर के सेवायत गोस्वामी हरगोविंद जी महाराज ने बताया बरसाना की होली एक भाव की होली है. परस्पर मिलन की होली है. राधा कृष्ण की परस्पर एक होली है, जो अनादि काल से चली आ रही है.