मथुरा :राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में सोमवार को श्रीलाडली जी महाराज मंदिर में हर्षोल्लास के साथ लड्डू मार होली खेली गई. दूर दराज से लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु होली का अद्भुत आनंद लिया. शाम 4:00 बजे मंदिर के द्वार खुलते ही नंदगांव से आए गोस्वामी समाज के लोगों ने मंदिर परिसर में प्राचीन परंपरा समाज गायन किया और बरसाना राधा रानी जी को 28 फरवरी यानी कल लट्ठमार होली खेलने के लिए आमंत्रण किया है. मंदिर परिसर में नंदगांव और बरसाना समाज के लोगों ने एक-दूसरे को बधाइयां दी और खुशी के उपलक्ष में लड्डू लुटाए गए. मंदिर पर रंग गुलाल उड़ाए गए तो वहीं लट्ठमार होली का निमंत्रण स्वीकार करने के बाद एक दूसरे के समाज के लोगों ने अभिवादन किया.
बरसाने में लड्डू मार होली : ब्रज में आजकल होली की चारों तरफ धूम छाई हुई है. रंग बिरंगे होली के रंग में रसिया गीतों पर श्रद्धालु थिरकते हुए नजर आ रहे हैं ब्रज में 40 दिनों तक होली हर्ष उल्लास के साथ खेली जाती है. बसंत पंचमी के दिन से मंदिरों में ठाकुर जी को गुलाल लगाकर होली की शुरुआत हो जाती है. राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में लड्डू मार होली खेली जाएगी. लड्डू मार होली के लिए बरसाने में कई क्विंटल बूंदी के लड्डू तैयार किए गए हैं.
द्वापर युग से चली आ रही परंपरा : राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में लड्डू मार होली भव्यता के साथ खेली जाती है. नंद गांव के ग्वाले कृष्ण के वेश में बरसाना पहुंचते हैं. वे राधा रानी मंदिर में जाकर राधारानीजी से होली खेलने के लिए निमंत्रण देते है. मंदिर सेवायतों की अनुमति मिलने के बाद होली का निमंत्रण स्वीकार कर लिया जाता है. निमंत्रण स्वीकार होने की खुशी में श्रद्धालुओं पर बूंदी के लड्डू लुटाए जाते हैं. यही लड्डू मार होली कहते हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि द्वापर युग से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है.