मथुरा: कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक शुरू होते ही ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन भक्ति के रंग में सराबोर हो गई है. यमुना तट पर संतों की नगरी बस गई है. यहां देश के कोने-कोने से भक्त अपनी अभिलाषा लिए पहुंचने लगे हैं. इस कुंभ में हरिद्वार कुंभ को लेकर बैठकों का दौर जारी है. कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक के दौरान दूरदराज से पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए साधु संत आकर्षक का केंद्र बन रहे हैं. यहां साधु-संत जो अपनी पटेबाजी करते नजर आ रहे हैं. यमुना नदी के किनारे 16 फरवरी से शुरू हुई कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक 25 मार्च तक आयोजित की जाएगी, जिसमें तीन शाही स्नान होंगे और लाखों की संख्या में साधु संत यमुना नदी के किनारे स्नान करते नजर आएंगे.
वृंदावन कुंभ बैठक: यमुना किनारे बसी संतों की नगरी, हठयोगी बने आकर्षण का केंद्र - Kumbh 2021
मथुरा में कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक शुरू होते ही ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन भक्ति के रंग में सराबोर हो गई है. बैठक के दौरान दूरदराज से पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए साधु संत आकर्षक का केंद्र बन रहे हैं.
कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में यमुना नदी के किनारे तीन शाही स्नान होंगे, जिसमें दूरदराज से लाखों साधु संत यमुना नदी में स्नान करेंगे. पहला शाही स्नान 27 फरवरी को प्रारंभ होगा, दूसरा शाही स्नान 9 मार्च और तीसरा शाही स्नान 25 मार्च को एकादशी के दिन को होगा.
निर्मोही अखाड़े के संत ने बताया कि यमुना नदी किनारे कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में साधु संत हरिद्वार कुंभ को लेकर बैठक कर रहे हैं. वैष्णव बैठक में श्री महंत, महामंडलेश्वर, वैष्णवी समाज के हजारों साधु संत यहां पहुंचे हैं साधु अपनी पटे बाजी भी करते नजर आ रहे हैं साधु के एक हाथ में शस्त्र और दूसरे हाथ में शास्त्र होता है साधु हमेशा देश और समाज का कल्याण करता है.